पटना: देशभर में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, तो वहीं देश को इस महामारी से निपटने के लिए पीएम मोदी ने एक 'इमर्जेंसी फंड' का एलान किया था. इसमें छोटी-बड़ी राशि दान में दी जा सकती है. जिसे पीएम केयर्स फंड के नाम से जाना जा रहा है.
दान की गई राशि का इस्तेमाल मौजूदा संकट से निपटने में किया जाएगा. लेकिन साइबर ठगों की नजर आपदा के लिए बनाए गए इस फंड पर भी है. ठग लगातार फर्जी वेबसाइट्स बनाकर लोगों से पीएम केयर्स फंड के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं. ईटीवी भारत ने इस बाबत पटना स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एजीएम दिनेश कुमार सिंह ने की है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे बैंक आकर चेक या अन्य तरीकों से पीएम केयर्स फंड में अपना योगदान दे सकते हैं. उन्होंने बताया कि मिलते जुलते नाम से लिंक जेनेरेट कर एक दिन साइबर ठग लोगों के पैसों को चालाकी से हड़प लेते हैं.
फेसबुक, व्हाट्सऐप के जरिए हो रही ठगी
महामारी के इस दौर में देश एक साथ खड़ा है. ऐसे में लोगों की भावनाओं से खेल साइबर ठग ऑनलाइन माध्यमों से ठगी कर रहे हैं.साइबर अपराधी फेक वेबसाइट और यूपीआई में पैसे डोनेट कराने के लिए नए-नए पैंतरे अपनाते हैं. ये कभी सोशल मीडिया के मैसेंजर इनबॉक्स में फर्जी पीएम केयर से मिलती-जुलती वेबसाइट भेज कर डोनेशन मांगते हैं तो कभी एसएमएस कर फर्जी वेबसाइट का लिंक मोबाइल पर भेज कर देश की मदद के लिए डोनेट करने को कहते हैं. ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है. ऐसे फेक अकाउंट और वेबसाइट से बचने की जरूरत है.