पटना:कोरोना संक्रमण के भय के कारण हिंदुस्तान से लेकर पूरा विश्व परेशान है. भारत में कोरोना के मामले के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया है. संक्रमण के मामले को देखते हुए कई प्रदेश के प्रमुख ने लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने की मांग की है. इस मामले को लकेर जब ईटीवी भारत संवाददता ने राजधानी पटना में ऑटो चालकों से बात की तो उन्होंने बताया कि बंदी का एक-एक दिन हमलोगों पर भारी पड़ता जा रहा है. अगर लॉकडाउन की अवधि बढ़ी तो हमलोगों के पास अत्महत्या के आलावे कोई अन्य विकल्प नहीं होगा.
लॉकडाउन बढ़ा तो आत्महत्या के अलावे नहीं रहेगा कोई विकल्प : ऑटो चालक - lockdown period
लॉकडाउन के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यसत हो चुका है. 14 अप्रैल को लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने वाली है. इस अवधि को बढ़ाए जाने की कयास लगाए जा रहें है. ऐसे में पटना के ऑटों चालकों ने कहा कि पिछले कई दिनों से बेरोजगार है. लॉकडाउन आगे बढ़ने के बाद हमलोगों के पास आत्महत्या के आलावे कोई विकल्प नहीं बचेगा.
'कर्ज लेकर चला रहे घर'
ईटीवी भारत से अपना दर्द बयां करते हुए पटना के ऑटो चालकों ने बताया कि पिछले कई दिनों से घर में बेरोजगार बैठे हुए हैं. घर की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी है. हम सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहते. हमलोग रोज खाने और कमाने वाले लोग हैं. लोगों ने बताया कि कमाए हुए सारे पैसे खत्म हो चुके हैं. कर्ज लेकर घर चला रहे हैं. लॉकडाउन बढ़ने के बाद हमलोगों के पास कोई रास्ता नहीं बचेगा. कई दिनो से ऑटो सड़क पर नहीं दौड़ रही है. रोड पर ऑटो लगा हुआ है. ऑटो चोरी होने के भय से ऑटो में ही सो रहे हैं.
'सरकार करे मदद'
इस मामले पर ऑटो यूनियन के नेता ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमलोगों के हालात बद से बदतर हो चुकी है. इस वजह से सरकार जिस तरह से गरीबों की मदद कर रही है, हमलोगों की भी मदद करें. हमलोग रोज कमाने खाने वाले हैं. पिछले कई दिनों से हजारों ऑटो बंद है. कमाई का एक मात्र साधन सड़कों पर खड़ा है. बेरोजगारी के कारण अब घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है. ऑटो चालकों ने सरकार और जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई.