पटना: बिहार बंद के दौरान राजधानी पटना में आरजेडी, रालोसपा, वीआईपी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने डाकबंगला चौराहे पर प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में उपेंद्र कुशवाहा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी शामिल रहे. हालांकि मुकेश सहनी इस दौरान नजर नहीं आए लेकिन वीआईपी के कार्यकर्ता भी इसमें शामिल थे.
डाकबंगला चौराहे के पास प्रदर्शनकारियों ने मीडियाकर्मियों पर भी हमला किया और कैमरे तोड़ दिए. वहीं, सिटी एसपी ने घटना के बारे में कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं है. सिटी एसपी विनय तिवारी ने मीडिया से इस घटना का वीडियो फुटेज उपलब्ध कराने को कहा है. उन्होंने कहा कि जो लोग भी इस घटना में शामिल होंगे वीडियो फुटेज के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
मीडिया से बात करते सिटी एसपी मीडिया कर्मियों को कमरे में किया बंद
बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने ना सिर्फ कैमरा तोड़ा बल्कि कई मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट भी की. उन्हें एक कमरे में भी बंद कर दिया गया. बाद में पुलिस ने मीडियाकर्मीयों को छुड़ाया. सिटी एसपी ने कहा कि पुलिस की पहली प्राथमिकता प्रोटेस्ट में शामिल लोगों को शांतिपूर्वक प्रदर्शन के बाद वापस चले जाने का इंतजार रहता है. अगर इस तरह की घटना हुई है तो कार्रवाई जरुर होगी.
डाकबंगला चौराहे पर संबोधित करते तेजस्वी यादव ये भी पढ़ेंः CAA पर BJP को समर्थन कर नीतीश ने अंबेडकर-गांधी को दिया धोखा, हम लड़ेंगे : तेजस्वी
डाकबंगला पर तेजस्वी का प्रदर्शन
इससे पहले तेजस्वी यादव ने डाक बंगला पर विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर समर्थन कर नीतीश का वास्तविक चेहरा सब के सामने आ गया है. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार धर्म निरपेक्षता का चोला पहन कर लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. नागरिकता संशोधन कानून पास होने के बाद अब कहते हैं कि बिहार में एनआरसी नहीं होने देंगे. तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी का समर्थन कर उन्होंने संविधान, महात्मा गांधी और अंबेडकर को धोखा दिया है. इस दौरान 'दो हम एक हैं, भाई-भाई एक हैं' जैसे नारों से डाकबंगला चौराह गूंजता रहा.