पटनाःअति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष क्रियानवयन समिति की ओर से पिछड़ा को एकजुट करने के लिए यात्रा निकाली जाएगी. इसकी घोषणा मोर्चा के अध्यक्ष रामबली सिंह चंद्रवंशी ने की. उन्होंने पिछड़ा को एकजुट का आंदोलन का ऐलान किया है. उन्होंने जानकारी दी है कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के शुभ अवसर पर कर्पूरी ठाकुर के जन्मस्थली पितौझिया समस्तीपुर से निकाली जाएगी.
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2 अक्टूबर निकलेगी यात्राः 2 अक्टूबर से यात्रा निकल कर 7 अक्टूबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में संपन्न होगी. उन्होंने बताया कि संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भारत को कल्याणकारी राज्य बनाने की ऐसी सामाजिक व्यवस्था बनाने का निर्देश दिया था, जिसमें राष्ट्रीय जीवन के सभी परंपराओं और संस्थानों में सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक न्याय का प्रतिनिधि सुनिश्चित किया जा सके. परंतु आजादी के 75 साल बीत गए, लेकिन बिहार के 45 फ़ीसदी आबादी अति पिछड़ा समाज संवैधानिक प्रावधानों से वंचित है.
कर्पूरी ठाकुर और दशरथ मांझी को भारत मिलेःउन्होंने कहा कि तेली, तमोली और डांगी जाति को मूल अति पिछड़ा श्रेणी से हटाया जाए. उन्हें पृथक ग्रुप बनाकर संख्या का अनुपात में आरक्षण दिया जाए. इसके अलावा कर्पूरी ठाकुर और दशरथ मांझी को भारत रत्न दिया जाए. महिला आरक्षण बिल के बारे में उन्होंने कहा कि उसमें दलित पिछड़ा पिछला की महिलाओं को भी जगह दिया जाए.
"2 अक्टूबर से हमलोगों ने यात्रा निकालना तय किया है. यह यात्रा कर्पूरी ठाकुर की जन्मस्थली समस्तीपुर जिले के कर्पूरीग्राम से निकाली जाएगी. 125 किमी की यात्रा कर 7 अक्टूबर को पटना में संपन्न किया जाएगा. समापन समारोह का आयोजन भव्य तरीके से किया जाएगा. जो आरक्षण था, उसपर तलवार चल गया है. उसी आरक्षण को बचाने के लिए हमलोग यात्रा निकालेंगे."-महाबली चंद्रवंशी, अध्यक्ष, अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा
आंदोलन का बिगुल फूंकाःबिहार विधान परिषद सदस्य महाबली सिंह ने अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के तहत आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. बिहार के कोने-कोने में सभी अति पिछड़ा को एकजुट कर रहे हैं. इसके अलावा रथ यात्रा का भी आयोजन किया जा रहा है. आगामी चुनाव में किसी पार्टी विशेष नहीं बल्कि अपने समाज को एकजुट करने का आह्वान किया है. मौके पर पूर्व प्रखंड प्रमुख रमाकांत रंजन किशोर, जोगेंद्र चंद्रवंशी, मुन्ना चंद्रवंशी, उदय चंद्रवंशी उपेंद्र बिंद आदि मौजूद रहे.