पटनाः बिहार में एएसआई स्टेनो और सिपाही चालक की ट्रेनिंग को लेकर सिलेबस तैयार कर लिया गया है. प्रशिक्षण निदेशालय के जरिए तैयार किए गए ट्रेनिंग कोर्स पर पुलिस मुख्यालय ने अपनी मुहर लगा दी है. अब एएसआई स्टेनो और सिपाही चालक को हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग दी जाएगी.
दरअसल एएसआई स्टेनो और सिपाही चालक की ट्रेनिंग के लिए अब तक कोई सिलेबस नहीं बना था. लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि एएसआई स्टेनो और सिपाही चालक को कानून के साथ-साथ हथियार चलाने की भी ट्रेनिंग बिहार पुलिस ट्रेनिंग कैंप में दी जाएगी.
'भविष्य में फील्ड में उतरने की होगी जरूरत'
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान एसआई को कानून के पाठ के साथ-साथ हथियार चलाने के गुर भी सिखाए जाएंगे. एएसआई स्टेनो से अब तक थानों में या पुलिस कार्यालय में काम लिया जाता था. लेकिन पुलिस मुख्यालय ने फैसला लिया की जरूरत के हिसाब से भविष्य में फील्ड में उतरने की जरूरत पड़ेगी तो उनके पास हर चीज का जानकारी होना अति आवश्यक है.
बता दें कि करोना काल के दौरान बिहार पुलिस के तरफ से दी जाने वाली ट्रेनिंग रोक दी गई थी. ट्रेनिंग कैम्प को फिर से स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस के प्रोटोकॉल के हिसाब से चलाने का निर्णय लिया गया है. एडीजी ट्रेनिंग आलोक राज ने इसके लिए एक सिलेबस तैयार किया है.
जितेंद्र कुमार, एडीजी मुख्यालय कुल 180 दिन का होगा प्रशिक्षण
इस सिलेबस को पुलिस मुख्यालय की मंजूरी मिल गई है. कुल 180 दिन के प्रशिक्षण के दौरान इनडोर आउटडोर दोनों तरह के ट्रेनिंग दी जाएगी. इनडोर क्लासेज में कानून के विभिन्न विषयों के साथ कंप्यूटर और मानव प्रबंधन की पढ़ाई कराई जाएगी. वहीं, आउटडोर ट्रेनिंग में पीटी परेड के अलावा हथियारों के बारे में जानकारी के साथ फायरिंग प्रैक्टिस भी करवाई जाएगी.
चालक सिपाही के पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू
अब सिपाही चालक को ट्रेनिंग के अलावा उन्हें आईटीआई विशेषज्ञों की मदद से गाड़ियों से जुड़ी टेक्निकल जानकारी भी दी जाएगी. ताकि जरूरत के हिसाब से चालक अपनी गाड़ी को ठीक कर सकें. यह एक ट्रेनिंग का हिस्सा भी होगा. चालक सिपाही के पहले बैच का प्रशिक्षण नए सिलेबस के मुताबिक शुरू हो चुका है. एएसआई जो भी बहाल होंगे उन्हें भी नए सिलेबस के अनुसार ट्रेनिंग दी जाएगी.