पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि बिहार में टेस्टिंग की क्षमता को और अधिक गति प्रदान करने के लिए प्रदेश के 8 जिलों में आरटी पीसीआर लैब की स्थापना होगी. इसमें से तीन पीएम केयर्स फंड के तहत स्थापित किया जाएगा. साथ ही प्रदेश के 9 सरकारी लैब में आरटी-पीसीआर के मशीनों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है.
पीसीआर लैब की स्थापना
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बक्सर, कैमूर, बांका, नालंदा और बेतिया में स्थाई आरटी पीसीआर लैब की स्थापना होगी. प्रधानमंत्री केयर फंड के तहत मोतिहारी, मुंगेर और पूर्णिया में आरटी पीसीआर लेबर स्थापित किया जाएगा. इसके लिए आईसीएमआर को निर्देश दिया गया है. इन जिलों में लैब की व्यवस्था होने से प्रतिदिन टेस्टिंग की क्षमता दोगुनी हो जाएगी.
टेस्टिंग क्षमता की समीक्षा
अश्विनी चौबे ने आरटी पीसीआर से संबंधित टेस्ट को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा की. बिहार में टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रदेश के सभी प्रमंडल को ध्यान में रखते हुए आरटी पीसीआर लैब की संख्या बढ़ाने पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि 9 सरकारी लैब में आरटी पीसीआर मशीनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. इससे बिहार में आरटी पीसीआर से टेस्टिंग की क्षमता काफी बढ़ जाएगी. लोगों को काफी मदद मिलेगी.
टेस्टिंग की संख्या बढ़ी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में बिहार लगातार बेहतर कर रहा है. प्रतिदिन राज्य में टेस्टिंग की संख्या तेजी से बढ़ रही है. अभी तक 23 लाख से अधिक टेस्ट हुए हैं. तेजी से प्रतिदिन इसमें बढ़ोतरी हो रही है. केंद्र ने पीएम केयर्स फंड के तहत मोतिहारी, मुंगेर और पूर्णिया में आरटी पीसीआर टेस्टिंग लैब स्थापित करने का निर्णय लिया है.