पटना:बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टीका कैलेंडर जारी होने पर उठे विवाद के बाद मंत्री अशोक चौधरी ने सफाई दी है. बीजेपी का आरोप है कि नीतीश कुमार की सरकार जानबूझकर हिंदू त्योहारों की छुट्टियों में कटौती कर रही है. इस पर नीतीश के करीबी मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार इस पर फिर से विचार करेंगे.
छुट्टियों में कटौती पर अशोक चौधरी का बयान: अशोक चौधरी ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है. ये सब निर्णय प्रधान सचिव, मंत्री और मुख्यमंत्री स्तर पर नहीं होते हैं. निचले स्तर पर ये सब फैसला होता है. इसलिए मुख्यमंत्री निश्चित रूप से इस पर हस्तक्षेप करेंगे. लोगों की भावना के साथ सरकार खड़ी रहेगी.
"लोगों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. मुख्यमंत्री की जानकारी में जैसे ही यह मामला आएगा वह हस्तक्षेप जरूर करेंगे. इस पर बिहार में राजनीति करना उचित नहीं है जो लोग राजनीति कर रहे हैं वो ठीक नहीं है."- अशोक चौधरी, मंत्री, बिहार सरकार
'केंद्र सरकार के गाइडलाइन का हुआ है पालन': कुल मिलाकर देखें तो बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने सरकारी स्कूल में छुट्टी को लेकर जो निर्णय लिया गया है उसको पूर्ण रूप से मंत्री स्तर पर लिया गया निर्णय नहीं मानते हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल बचाव की मुद्रा में आ गई है. राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि केंद्र सरकार ने जो गाइडलाइन जारी किया है कि सरकारी स्कूलों में 220 दिन बच्चों को पढ़ाना होगा, उसी के अनुसार राज्य सरकार ने सरकारी स्कूल की छुट्टी की घोषणा की है.
"इसको लेकर अब भाजपा के लोग तरह-तरह के बयान दे रहे हैं जो कि कहीं से भी उचित नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के लोग अनर्गल बयानबाजी करते रहते हैं जबकि वर्तमान सरकार का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा गरीब के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं और उन्हें ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाया जाए. यही सोचकर इस तरह का कैलेंडर जारी किया गया है."- शक्ति सिंह यादव, राजद प्रवक्ता