मसौढ़ी में आशा कर्मियों का हड़ताल पटना:बिहार के तमाम प्रखंडों के आज से आशा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. आशा कर्मी खुद को सरकारी सेवक घोषित करने समेत 9 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. ऐसे में मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कर्मियों ने सुबह से ही प्रदर्शन करते हुए सभी कामकाज ठप कर दिया है.
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आशा कर्मियों का अनिश्चित कालीन हड़ताल: अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर आशा कर्मी मसौढी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इमरजेंसी सेवा छोड़कर सभी कामकाज को ठप कर दिया है. ओपीडी सेवा बाधित है. इसके अलावा टीकाकरण कार्य को बाधित करते हुए जोरदार हंगामा किया है और विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार से मांग किया है कि सभी आशा कर्मियों को सरकारी सेवक घोषित करें. मानदेय बढ़ाए, इसके अलावा करोना काल में किए गए कामों का लंबित मानदेय का भुगतान करें.
मांग पूरा नहीं होने पर होगा उग्र आंदोलन: आशाकर्मियों ने कहा है कि अगरउनकी मांगे नहीं मानी जाएगी तो वे लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे और आने वाले चुनाव में भी सरकार को सबक सिखाया जाएगा. लगातार आशा कर्मियों को सरकारी सेवक घोषित करने, मानदेय बढ़ाने समेत 9 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा है. आशा कर्मियों ने स्पष्ट कह दिया है कि जबतक उनकी मांगों को पूरी नहीं की जाएगी, तबतक हड़ताल समाप्त नहीं होगा.
"हम लोग अपनी मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं. सरकार जबतक हमारी 9 मांगों को पूरी नहीं करेगी, तबतक हमलोग हड़ताल पर रहेंगे. आज टिकाकरण का दिन था. हमलोगों ने टिकाकरण कार्य नहीं होने दिया."-मीरा सिन्हा, सचिव, बिहार राज आशा कर्मी सेवा संघ