पटना:महावीर आरोग्य संस्थान (Mahaveer Health Institute Patna) के अपर निदेशक डॉ विमल विभाकर ने रेखा के इलाज में लापरवाही (Negligence in treatment in Patna ) की बात को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने बताया कि 20 वर्षीय रेखा कुमारी का कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण ( Artificial Hand Will Be Applied To Rekha Kumari) और आगे के बेहतर इलाज के लिए पूरा खर्च वहन किया जाएगा. इसके साथ ही रेखा को एक बेहतर नौकरी दिलाने का भरोसा भी दिया है. शिवहर की 20 वर्षीय युवती रेखा का गलत इलाज के कारण हाथ काटना पड़ा था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोषी डॉक्टर और नर्स को अस्पताल से निकाल दिया गया है.
पढ़ें- पटना में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही, कान का इलाज कराने गई लड़की का हाथ काटा
दिल्ली में लगाया जाएगा रेखा को कृत्रिम हाथ: महावीर आरोग्य संस्थान के अपर निदेशक डॉ विमल विभाकर ने कहा कि महावीर आरोग्य संस्थान प्रबंधन द्वारा दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल (Delhi Max Hospital) में मरीज के कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण के लिए भी समुचित प्रबंधन कर दिया गया है और इसकी सूचना भी मरीज के संबंधित परिजनों को दी जा चुकी है. उनसे बार-बार आग्रह भी किया जा रहा है कि मरीज का जैसे ही जख्म सूखता है तो महावीर आरोग्य संस्थान की ओर से दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में उन्हें कृत्रिम हाथ लगवाया जाएगा.
रेखा को दी जाएगी नौकरी: उन्होंने कहा कि रेखा अपने दैनिक कार्य और जरूरी कार्यों को सहजता से कर सकें. इस दौरान पूरे कृत्रिम अंग लगवाने का खर्च, आने-जाने का खर्च, रहने का खर्च सब कुछ महावीर आरोग्य संस्थान उठाएगा. इसके साथ ही महावीर आरोग्य संस्थान मरीज के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें एक बेहतर नौकरी दिलाने का भी प्रबंध करेगा. डॉ विमल विभाकर ने कहा कि यह घटना एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है लेकिन महावीर मंदिर संस्थान द्वारा संचालित महावीर आरोग्य संस्थान कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण इलाज के संकल्प के साथ स्वास्थ सुविधाओं की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रहा है. कम खर्च में बेहतर इलाज के लिए इसका काफी नाम है और दूसरे प्रदेशों से भी यहां लोग इलाज कराने आते हैं.
डॉक्टर और नर्स सेवा से बर्खास्त: रेखा के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए महावीर आरोग्य संस्थान के अपर निदेशक डॉ विमल विभाकर ने बताया कि उनके पास कान का इलाज कराने के लिए रेखा कुमारी 10 जुलाई को एडमिट हुई थी. 11 जुलाई को डॉ रत्नेश जो ईएनटी विभाग के विशेषज्ञ हैं, उनके द्वारा सफल सर्जरी की गई. 12 जुलाई को रात्रि में मरीज को पोस्ट ऑपरेशन उपचार के क्रम में इंजेक्शन दिया गया. नर्स की गलती की वजह से जो इंजेक्शन वेन (नस) में देना चाहिए उसे नर्स ने आर्टरी में दे दिया. यह अक्षम्य गलती हुई है, इसकी वजह से रेखा के बाएं हाथ में इन्फेक्शन बहुत अधिक फैल गया. 4 अगस्त को मेदांता हॉस्पिटल में सर्जरी करके रेखा का बायां हाथ को कोहनी के ऊपर से हटाना पड़ा है. मरीजों और उनके परिजनों की शिकायत पर अस्पताल प्रबंधन ने प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए ड्यूटी पर तैनात नर्स और डॉक्टर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
"कार्रवाई करते हुए अस्पताल की पूरी ईएनटी विभाग को ही बंद कर दिया गया है. महावीर आरोग्य संस्थान प्रबंधन द्वारा दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में मरीज के कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण के लिए भी समुचित प्रबंधन कर दिया गया है. इसकी सूचना भी मरीज के संबंधित परिजनों को दी जा चुकी है."- डॉ विमल विभाकर, अपर निदेशक, महावीर आरोग्य संस्थान
क्या है मामलाः रेखा की चचेरी बहन रोशनी ने बताया कि उनकी बहन रेखा के कान में तकलीफ थी. एक छोटी सर्जरी करानी थी. इसके लिए वह महावीर आरोग्य संस्थान में गई. 11 जुलाई को कान का ऑपरेशन किया गया. उसके बाद वहां के एक डॉक्टर की प्रिस्क्राइब की हुई इंजेक्शन को एक नर्स ने लगा दिया. इसके बाद उनकी बहन रेखा के बांए हाथ में तकलीफ होने लगी. हाथ का रंग हरा पड़ने लगा और हाथ सही से काम नहीं कर रहा था. इसके बाद उन लोगों ने वहां की नर्स और डॉक्टरों को इस बात की शिकायत की लेकिन किसी ने भी नहीं सुनी. डॉक्टरों ने उन लोगों के कंप्लेन के बाद भी उसके हाथ को नहीं देखा और काफी समय बाद जब डॉक्टरों ने देखा तो कहा कि यह ठीक हो जाएगा, लेकिन इंजेक्शन लगने के बाद से ही उनकी बहन रेखा काफी तकलीफ में थी. हाथ में ब्लड क्लोटिंग बहुत अधिक हो गया जिस वजह से रेखा के बाएं हाथ को कोहनी के ऊपर से काटकर हटाना पड़ा है. रेखा ने इसके लिए अस्पताल पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था.