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च्यवनप्राश, अंडे और गुड़ खा रहे पटना जू के जानवर.. ठंड ना लगे, इसलिए की गई ऐसी व्यवस्था

पटना जू में जानवरों को कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है. चिंपैंजी और बंदरों को च्यवनप्राश खिलाया जा रहा है. छोटे शावकों को बोरे के कवर पहनाए गए हैं. पीने और नहाने के लिए गर्म पानी के साथ ही हीटर की व्यवस्था है.

Arrangements made to save animals in Patna
Arrangements made to save animals in Patna

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Published : Jan 2, 2023, 2:23 PM IST

पटना जू में ठंड को लेकर इंतजाम

पटना: राजधानी पटना सहित राज्य के सभी जिलों में ठंड (Cold wave in Bihar) की स्थिति बनी हुई है. पारा 9 डिग्री तक पहुंच गया है. आम आदमी क्या जानवरों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. पटना जू में जानवरो को ठंड से बचाव को लेकर कई उपाय किए गए हैं. जानवरो के केज में हीटर लगाए हैं. खासकर शेर, बाघ, सांप के केज में बड़े हीटर लगाए गए हैं. छोटे जानवरो के बाड़े में पुआल लगाया गया है. (Arrangements made to save animals in Patna) (Chyawanprash to chimpanzees and monkeys)

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पटना जू में ठंड को लेकर विशेष इंतजाम: वहीं हिरण के छोटे शावक को केयर टेकर द्वारा बोरे का खोल बनाकर पहनाया गया है. जिराफ हो या भालू सभी को भोजन में गुड़ की मात्रा बढ़ाकर दिया जाने लगा है. जिससे उसे ठंड ना लगे. साथ ही चिंपैंजी और बंदरों को च्यवनप्राश भी दिया जा रहा है. मांसाहारी जानवरों को मांस के साथ-साथ अंडे भी दिए जाने लगे हैं. साथ ही कई जानवरों को गुड़ और अदरक मिलाकर भी दिया जा रहा है. ठंड से बचाव के लिए केयरटेकर पूरी तरह से सतर्कता से जानवरों के खान पान पर ध्यान देते नजर आ रहे हैं.

पीने और नहाने के लिए गर्म पानी की व्यवस्था: यहां तक कि जानवरों को अब ठंडा पानी पीने नहीं दिया जाता है. उन्हें हल्का गर्म पानी पीने के लिए दिया जाता है. साथ ही उस पानी में नमक मिलाया जा रहा है. कई जानवरों के बाड़े में आग भी जलायी जा रही है. कई जानवरों की केज में जो फब्बारे हैं वहां के पानी को गरम रखा जा रहा है. अगर जानवर नहाना भी चाहता है तो उसे गरम पानी दिया जाता है.

चिंपैंजी और बंदरों को च्यवनप्राश: पटना जू के निदेशक सत्यजीत सिंह ने कहा कि जानवरों को ठंड से बचाने के लिए जो उपाय किए जाने चाहिए थे, उसे हमने करना शुरू कर दिया है. बड़े जानवरों के केज में हीटर लगाए गए हैं और कई व्यवस्था की गई है, जिससे उन्हें ठंड से बचाया जा सके. चिंपैंजी और बंदरों को च्यवनप्राश भी दिया जा रहा है.

"कोल्ड वेब की स्थिति बिहार में है. वैसी स्थिति में जानवरों को या उनके शावक को किसी भी तरह से ठंड से परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. जानवरों के शावको को ठंड से बचाने के लिए हम लोगों ने अलग से व्यवस्था की है. उनके केज में पुआल रखा गया है. छोटे छोटे शावक को बोरे का बना हुआ बॉडी कवर भी पहनाया गया है."- सत्यजीत सिंह, निदेशक, पटना जू

पछुआ हवा के कारण बिहार में ठंड बढ़ी: बीते 24 घंटे में सबसे कम न्यूनतम तापमान गया में 7.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है तो वही प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान 8 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है. राजधानी पटना में अधिकतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. बीते 24 घंटे में सर्वाधिक अधिकतम तापमान फारबिसगंज में 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. वहीं प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 19 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है. मौसम विभाग की मानें तो बीते 24 घंटे में पटना, पूर्णिया और भागलपुर में कोहरे की वजह से दृश्यता प्रदेश भर में सबसे कम रही और इन जगहों पर दृश्यता 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई.

बिहार में घना कोहरा छाया:पटना मौसम विभाग (Patna Meteorological Department) केंद्र के मुताबिक की मानें तो प्रदेश में अब ठंड का एहसास बढ़ेगा और कड़ाके भरी ठंड की भी शुरुआत होगी. अगले 24 से 48 घंटे के बीच पूरे प्रदेश में कुहासा का असर बढ़ सकता है और कई जिलों के घने कुहासे से प्रभावित होने की प्रबल संभावना है. कोहरे के समय मौसम विभाग ने लोगों से यातायात में सावधानी बरतने की अपील की है. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि आने वाले 3 से 4 दिनों में प्रदेश के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और घना से अत्यधिक घना कोहरा प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दर्ज किया जाएगा.




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