कोविड-19 केयर सेंटर में फायर सेफ्टी के इंतजाम, सभी जगहों पर फायर एक्सटिंग्विशर मौजूद
विजयवाड़ा और अहमदाबाद में कोविड सेंटरों में आग लगने से कई लोगों की मौत हो गई थी, जिससे सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने फायर सेफ्टी को लेकर पुख्ता इंतजाम किए हैं.
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Published : Aug 17, 2020, 7:49 PM IST
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Updated : Aug 17, 2020, 8:11 PM IST
पटनाःकोरोना महामारी तेजी से पूरे देश में अपने पांव पसार चुकी है. इसकी रोकथाम के लिए सरकार जरूरी कदम उठा रही है. कोरोना के बढ़ते मामले को जगह-जगह कोविड-19 केयर सेंटर बनाए गए हैं. जिसमें सभी सुविधाएं मौजूद हैं.
वहीं, हाल ही के दिनों में विजयवाड़ा और अहमदाबाद में आग लगने की घटना के बाद कोविड सेंटर में सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं. इसे देखते हुए पटना के सभी कोविड सेंटर में फायर सेफ्टी को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
देखें रिपोर्ट
100 बेड के डेडीकेटेड सेंटर राज्य सरकार ने राजधानी में 10 अस्थाई कोविड-19 केयर सेंटर बनाए हैं. इसके साथ ही पीएमसीएच, एनएमसीएच, एम्स और आईजीआईएमएस जैसे संस्थानों में 100 बेड के डेडीकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर बनाए गए हैं. जिले में 10 डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर हैं, जिनमें 1 हजार 310 बेड की व्यवस्था की गई है.
कोविड केयर सेंटर
बेड की संख्या
होटल पाटलिपुत्र अशोका
160
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स
100
रेल हॉस्पिटल दानापुर
80
इएसआईसी बिहटा
400
अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़
40
अनुमंडलीय अस्पताल मसौढ़ी
30
जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान बाढ़
100
जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान मसौढ़ी
100
आईटीआई खीरी मोड़
100
पर्यटन सूचना केंद्र, कंगन घाट
200
अग्निशमन की टीम फायर सेफ्टी को लेकर पीएमसीएच के कोविड-19 केयर सेंटर के प्रभारी डॉ. अरुण अजय ने बताया कि अस्पताल के पास अपनी अग्निशमन टीम है, जिसका रिस्पांस टाइम 35 सेकंड है. उन्होंने बताया कि केयर सेंटर से महज 50 मीटर की दूरी पर अग्निशमन की टीम पूरी वर्दी पहनकर स्टैंड बाय में लैस रहती है.
फायर एक्सटिंग्विशर
आग लगने की घटना डॉ. अरुण अजय ने बताया कि सभी वार्ड में पर्याप्त संख्या में फायर एक्सटिंग्विशर भी रखे हुए हैं और सभी गैस से फुल है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई बार अस्पताल में आग लगने की घटना हुई है, जिसे फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी घटना में बदलने से बचा लिया है.
'आग पर पाया काबू' कोविड-19 केयर सेंटर के प्रभारी ने कहा कि पिछले दिनों अस्पताल के सेंट्रल इमरजेंसी, ऑक्सीजन प्लांट में आग लगने की घटना को तत्परता से रोक लिया गया. इसके साथ ही हाल के दिनों में कोविड-19 सेंटर के बगल में स्थित अस्पताल के स्टोर रूम में भी आग लगने की घटना घटी थी. फायर ब्रिगेड की टीम ने स्टोर रूम का ताला तोड़ बहुत ही कम समय में आग पर काबू पा लिया और लाखों का नुकसान होने से बचाया.
डॉ. अरुण अजय
फायर सेफ्टी के इंतजाम डॉ. अरुण अजय ने कहा कि अस्पताल में सभी पूरी तरह से अलर्ट हैं और कहीं से भी कोई चूक होने की संभावना नहीं है. पटना में बने अस्थाई कोविड-19 केयर सेंटर में फायर सेफ्टी के इंतजाम के बारे में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ राजकिशोर चौधरी ने बताया कि सभी केंद्रों पर फायर सेफ्टी को लेकर पुख्ता इंतजाम हैं.
'मौजूद हैं फायर एक्सटिंग्विशर' सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि विभाग ने सभी जगह से फायर सेफ्टी से जुड़ी जानकारी ले ली है. उन्होंने कहा कि कंगन घाट स्थित सेंटर का फायर सेफ्टी का ब्यौरा नहीं लिया गया है यह भी जल्द ही ले लिया जाएगा. पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉप्लेक्स, होटल पाटलिपुत्र अशोक, बामेती और सभी अनुमंडल या अस्पतालों में बने कोविड-19 केयर सेंटर में अच्छे कंडीशन में पर्याप्त फायर एक्सटिंग्विशर मौजूद हैं. साथ ही फायर सेफ्टी की भी अच्छी व्यवस्था है.
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी
'कम समय में पहुंचने में सक्षम' डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि कोविड-19 केयर सेंटर शहरी इलाके में है जिससे अग्निशमन टीम के पहुंचने में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं है. उन्होंने बताया कि आग लगने की किसी प्रकार की अनहोनी की कोई सूचना मिलने पर टीम बहुत ही कम समय में पहुंचने में सक्षम है. कुल मिलाकर बात करें तो पटना में कोविड सेंटरों को आग से बचाने के लिए भरपूर व्यवस्था की गई है.