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प्राइवेट नौकरी करते पहली बार में ही अंजलि ने BPSC में पाया 4th रैंक, अब बनेंगी सरकारी ऑफिसर - 68th BPSC Toppers

68th BPSC Toppers : अक्सर लोग कहते हैं कि प्राइवेट जॉब करते हुए सफलता नहीं पाई जा सकती. लेकिन पटना की अंजलि जोशी ने ये कर दिखाया है. बिहार की सबसे टॉप परीक्षा को न सिर्फ क्रैक किया बल्कि 68वीं बीपीएससी में चौथा स्थान हासिल किया. अंजलि जोशी ने ईटीवी भारत को अपने कामयाबी के कुछ टिप्स बताए. पढ़ें पूरी खबर-

अंजली जोशी को BPSC में चौथा स्थान
अंजली जोशी को BPSC में चौथा स्थान

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 16, 2024, 7:39 PM IST

फर्स्ट अटेम्ट में क्रैक किया बीपीएससी

पटना: 68वीं बिहार लोक सेवा आयोग का परीक्षा फल प्रकाशित (68th BPSC Results) किया जा चुका है. सफल होने वालों में महिला अभ्यर्थियों की तादाद अच्छी खासी है. टॉप टेन की अगर बात कर लें तो 10 में 6 महिलाओं ने बाजी मारी है. पटना की रहने वाली अंजलि जोशी को चौथा स्थान हासिल हुआ है. सरकारी नौकरी में जाने की इच्छा रखने वालों में हर की इच्छा प्रशासनिक सेवा में जाने की होती है. पटना की रहने वाली अंजली जोशी ने भी बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में चौथा स्थान हासिल कर कामयाबी का झंडा बुलंद किया है.

फर्स्ट अटेम्ट में क्रैक किया बीपीएससी : अंजलि ने पहले अटेम्प्ट में ही बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल किया है. राजधानी पटना के अनिसाबाद इलाके की रहने वाली अंजली जोशी ने अपने परिवार और समाज का नाम रोशन किया है. बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में टॉप टेन में जगह हासिल कर अंजलि ने अपने परिवार के लोगों को उपहार दिया है. अंजलि सब रजिस्ट्रार के पद पर चयनित हुई हैं. बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में अंजलि को चौथा स्थान हासिल हुआ है.

कैंपस सलेक्शन से BPSC में सफलता तक : अंजलि के पिता भी असिस्टेंट डायरेक्टर हैं और प्लानिंग एवं डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में इनकी पोस्टिंग है. पिता विजय कुमार प्रसाद की इच्छा थी की बेटी प्रशासनिक सेवा में जाए और बेटी अंजलि ने भी पिता के सपनों को सच कर दिखाया. अंजलि की सफलता से परिवार के लोग फुले नहीं समा रहे हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने अंजली जोशी से खास बातचीत की. अंजलि ने बताया कि उन्होंने साल 2013 में बोर्ड की परीक्षा पास की. 2019 में इंजीनियरिंग की डिग्री ली. कैंपस सिलेक्शन हुआ और एक निजी कंपनी में नौकरी भी मिली.

''जब मैं नवीं और दसवीं में पढ़ती थी तभी मेरे मन में प्रशासनिक सेवा में जाने का ख्याल आया था. उसी समय मैंने मन बना लिया था, माताजी और पिताजी की भी इच्छा थी कि मैं प्रशासनिक सेवा में जाऊं. माता-पिता के सपने को पूरा करने के लिए मैंने दिन रात मेहनत किया. मैंने बीएससी की तैयारी ज्योग्राफी विषय को लेकर शुरू की और कहीं से कोई कोचिंग नहीं लिया. मैंने सेल्फ स्टडी के जरिए ही परीक्षा की पूरी तैयारी की.''- अंजलि, 68वीं बीपीएससी में चौथी रैंक

'टॉप फाइव में आने की नहीं थी उम्मीद': अंजलि ने कहा कि मैं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफल होना चाहती हूं. इसके लिए उनकी तैयारी अनवरत जारी है. हर रोज औसतन 6 से 8 घंटे पढ़ाई करती थीं. मुझे तो नहीं लेकिन मेरे कुछ मित्रों को यह उम्मीद थी कि मैं टॉप फाइव में आ जाऊंगी. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अंजली जोशी ने कहा कि हमारे समाज के लिए लिटरेसी बड़ी चुनौती है. ज्यादा से ज्यादा लोग लिटरेट हों उसके लिए मैं प्रयास करूंगी. इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल पाए इसके लिए मैं लोगों को जागरूक करने का प्रयास भी करूंगी.

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