पटना: शहर के कालिदास रंगालय में मातृ शक्ति को समर्पित पांच दिवसीय 6ठां थियेटरवाला नाट्योउत्सव का शुभारंभ हुआ. इस नाट्योउत्सव में सभी नाटक महिलाओं पर आधारित थे. इसके सभी मंचित नाटक महिला निर्देशकों द्वारा निर्देशित है.
पटना: छठां थियेटर नाट्योत्सव का हुआ शुभारंभ, नाटक 'अंधा कुआं' का किया गया मंचन - patna theatre artist
छठां थियेटर नाट्योत्सव के शुभारंभ के अवसर पर कालिदास रंगालय में नाटक अंधा कुआं का मंचन किया गया. नाटक महिला पर आधारित था और इस नाटक में सभी महिला कलाकारों ने ही अभिनय किया था.
छठां थियेटर नाट्योत्सव का हुआ शुभारंभ
नाट्योउत्सव के पहले दिन लक्ष्मी नारायण लाल द्वारा लिखित और उज्वला गांगुली द्वारा निर्देशित नाटक अंधा कुआं का मंचन किया गया. यह नाटक भारतीय ग्रामीण परिवेश में रहने वाले किसान के जीवन से संबंधित महिला प्रधान नाटक है. नाटक में महिला अपने पति को परमेश्वर मानकर उसकी सेवा करती है और बदले में उसका पति उस पर अत्याचार करता है.
मातृ शक्ति को समर्पित पांच दिवसीय 6ठां थियेटरवाला नाट्योउत्सव
एक दिन अत्याचार से तंग आकर उसकी पत्नी भाग जाती है और कुएं में कूदकर आत्महत्या का प्रयास करती है. लेकिन कुएं में पानी नहीं होने के कारण वह बच जाती है. जिसके बाद उसका पति घर लाकर फिर उस पर विचार करता है और दूसरी शादी भी कर लेता है. लेकिन उसकी दूसरी पत्नी भाग जाती है. अंत में पहली पत्नी अपने प्राणों का त्याग कर अपने पति की जान बचाती है.