पटना:आज अनंत चतुर्दशी है. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी तिथित को अनंत चतुर्दशी होता है. आज के दिन का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की जाती है. अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान नारायण के अनंत रूप की पूजा की जाती है.
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आज है अनंत चतुर्दशी व्रत: अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा के दौरान व्रत का संकल्प लेकर अनंत सूत्र बांधा जाता है. इस साल अनंत चतुर्दशी तिथि 27 सितंबर की रात करीब 10 बजकर 18 मिनट से शुरू हो जाएगा, जो अगले दिन 28 सितंबर की शाम 6 बजकर 29 मिनट तक रहेगा. सूर्योदय को ध्यान में रखते हुए 28 सितंबर यानि आज ये व्रत मनाया जा रहा है. पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह सवा 6 बजकर 12 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 49 मिनट तक रहेगा.
पूजा विधि- सुबह उठकर स्नान करें और उसके बाद अनंत चतुर्दशी व्रत का संकल्प करें. उसके बाद घर में भगवान विष्णु की शेषनाग की शैया पर लेटे हुए मूर्ति या चित्र को स्थापित करें और उसके सामने 14 गांठों वाली अनंत सूत्र को भगवान के पास रखे. उसके बाद पूजा करें. पूजा समाप्त होने के बाद मंत्र पढ़कर पुरुष अपने दाहिने हाथ और स्त्री बांए हाथ में बांध ले. 14 गांठों वाला अनंत 14 लोगों की प्रतीक है.
भगवान विष्णु के अलग-अलग नामों से होती है पूजा: अनंत के 14 गांठों में हर गांठ में श्री नारायण के विभिन्न नामों से पूजा की जाती है. पहले में अनंत, उसके बाद ऋषिकेश, उसके बाद पद्मनाभ, माधव, वैकुण्ठ, श्रीधर, त्रिविक्रम, मधुसूदन, वामन, केशव, नारायण, दामोदर और गोविन्द की पूजा होती है.