पटना: राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कोरोना संक्रमित लोगों की मौत भी लगातार हो रही है. कोरोना त्रासदी के बीच प्राइवेट एम्बुलेंस चालक मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं. किसी तरह के टेस्ट के लिए अगर उन्हें कहीं जाना होता है या एम्बुलेंस का उपयोग करना होता है, ऐसे में प्राइवेट एम्बुलेंस मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने पर लाश को किसी दूसरे जगह ले जाने में भी प्राइवेट एम्बुलेंस चालक मनमाना भाड़ा ले रहे है.
महामारी में अमानवीय: संक्रमण काल में मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं एम्बुलेंस चालक
पटना में कोरोना संक्रमण के समय प्राइवेट एम्बुलेंस कर्मी मनमाना भाड़ा वसूल रहे हैं. साथ ही कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत होने पर शव को किसी दूसरे जगह ले जाने में भी प्राइवेट एम्बुलेंस चालक मनमाना भाड़ा ले रहे हैं. लोग एम्बुलेंस चालकों की यह मनमानी सहने को मजबूर हैं.
एम्बुलेंस कर्मियों की मनमानी
मरीज के परिजन दिनेश कुमार ने बताया कि उनके संबंधी की मौत तारा हॉस्पिटल में हुई और बांस घाट ले जाने के लिए 4500 रुपये उन्हें चुकाने पड़े. वहीं, पारस अस्पताल से पटना के गुलबी घाट ले जाने के लिए 6000 रुपये लिए गए हैं.
ये भी पढ़ें-पुलिसकर्मियों पर कोरोना का कहर: CM को पत्र लिख बिहार पुलिस एसोसिएशन ने लगाई मदद की गुहार
लोगों से वसूल रहे मनमानी रकम
कुल मिलाकर इसे लेकर एम्बुलेंस चालक कुछ भी बोलने से परहेज करते नजर आ रहे हैं. लेकिन, जिस तरह की मनमानी कोरोना संक्रमण काल में एम्बुलेंस चालक की दिख रही है, इसे लेकर जिला प्रशासन ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. लोग मजबूर होकर एम्बुलेंस चालकों की मनमानी सहन कर रहे हैं.