कोरोना काल में एंबुलेंस तैयार! स्वास्थ्य विभाग का दावा- मरीजों के लिए है नि:शुल्क व्यवस्था
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक (ईडी) मनोज कुमार बताते हैं कि राज्य में एंबुलेंस पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है और जरूरत होने पर प्राइवेट एंबुलेंस को भी किराए पर लिया जा रहा है. 102 एंबुलेंस राज्य में कुल 1111 उपलब्ध है. 27 , 17.3
bihar a
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Published : Aug 30, 2020, 2:37 PM IST
पटनाः कोरोना महामारी के बाद राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बदल चुकी है. कल तक जहां आम मरीजों को सरकारी अस्पतालों में एंबुलेंस उपलब्ध कराने को लेकर लगातार तंत्र पर सवाल उठते थे. अब कोरोना मरीजों के लिये भी एंबुलेंस सेवा की व्यवस्था करना स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनौती है.
पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है एंबुलेंस इस मामले में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक (ईडी) मनोज कुमार बताते हैं कि राज्य में एंबुलेंस पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है और जरूरत होने पर प्राइवेट एंबुलेंस को भी किराए पर लिया जा रहा है. 102 एंबुलेंस राज्य में कुल 1111 उपलब्ध है. इसके अलावा कोरोना महामारी को देखते हुए अब तक राज्य में तकरीबन 130 निजी एंबुलेंस को भी किराए पर लिया गया है.
देखें पूरी रिपोर्ट
कोरोना मरीजों को दी जा रही प्राथमिकता मनोज कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के पूर्व सभी एंबुलेंस सामान्य और गंभीर रोगियों की सेवा में लगे थे. लेकिन अब कोरोना मरीजों को प्राथमिकता देकर एंबुलेंस सेवाएं दी जा रही है. कोरोना के कारण एंबुलेंस की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य के सभी डीएम को निजी एंबुलेंस किराए पर लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है. कोरोना मरीज को 102 या सरकारी संस्थानों की ओर से दिए गए एंबुलेंस बिल्कुल निःशुल्क होते हैं.
स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार
कोरोना मरीजों के लिए एंबुलेंस सेवा बिल्कुल मुफ्त एंबुलेंस सेवा के बारे में 102 एंबुलेंस सर्विस के ड्राइवर सत्येंद्र सिंह बताते हैं, कि कोरोना मरीज को एंबुलेंस सेवा बिल्कुल मुफ्त में दी जाती है. मरीज को लाने ले जाने के लिए पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस उपलब्ध है. पीएमसीएच में तैनात एंबुलेंस अगर कम पड़ जाते हैं, तो अन्य जगहों से एंबुलेंस की व्यवस्था की जाती है.
एंबुलेंस चालक
एंबुलेंस को किया जाता है सैनिटाइज 102 एंबुलेंस के ड्राइवर लव कुमार बताते हैं कि कोरोना मरीजों को लाने के लिए तमाम सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं और पीपीई किट पहन कर ही एंबुलेंस सेवा दी जा रही है. वहीं निजी एंबुलेंस चालक संटू कुमार का कहना है कि मरीजों की संख्या कोरोना महामारी में आधे से भी कम हो गई है. कोरोना मरीजों को निजी एंबुलेंस से नहीं लाया जाता है. किसी भी मरीज को सेवा देने से पहले और बाद में एंबुलेंस को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है.
एंबुलेंस चालक
जिलावार एंबुलेंस की स्थितिराज्य में अभी 1111 एंबुलेंस सर्विस उपलब्ध है. इसके अलावा 126 निजी एंबुलेंस भी सरकार की ओर से किराए पर लिए गए हैं.