पटना: राजधानी में अखिल भारत हिंदू महासभा की ओर से मंगलवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश प्रभारी अमित सिन्हाऔर प्रदेश प्रवक्ता राजश्री ने अपनी बातों को जनता के सामने रखा. इस दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह कि अखिल भारत हिंदू महासभा देश की पुरानी पार्टी है. इस पार्टी ने देश के लिए कई नेता समर्पित किये हैं. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने लॉकडाइन की वजह से परेशान परिवारों को मदद पहुंचाने की मांग की.
मांग पूरी नहीं होने पर 1 जुलाई को बिहार में प्रदर्शन करेगी अखिल भारत हिंदू महासभा
अखिल भारत हिंदू महासभा ने प्रवासी, दिहाड़ी मजदूर और किसानों की मांगों को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. प्रदेश प्रवक्ता राजश्री ने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने पर 1 जुलाई को राज्य स्तरीय विरोध करेंगे.
अखिल भारत हिंदू महासभा ने की प्रेस वार्ता
अखिल भारत हिंदू महासभा अपनी मांगों को रखते हुए कहा कि जिन परिवारों की वार्षिक आय 5 लाख से कम हो, उनका 3 महीने का किराया माफ किया जाए. इसके साथ ही बिजली बिल और उनके बच्चों की फीस माफ हो. वहीं, जो विद्यार्थी रूम रेंट या हॉस्टल में रहते हैं, उनका भी 5 महीने का किराया माफ किया जाए. गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए. जिन्होंने बैंक से लोन लिया है, उनकी ईएमआई की अवधि बढ़ाई जाए. इस महासंकट में गोवंश को आर्थिक संपन्नता का केंद्र बनाकर उसके संरक्षण और संवर्धन की तत्काल योजना का अध्यादेश जारी करें. किसानों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की जाए.
'मांगें पूरी नहीं होने पर करेंगे प्रदर्शन'
कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि बिहार सरकार 30 जून 2020 तक इस मांग को पूरी नहीं करती है तो हिंदू महासभा बिहार के हर जिले और हर विधानसभा क्षेत्र में 1 जुलाई को लॉकडाउन के नियम का पालन करते हुए बिहार सरकार का पुरजोर विरोध करेगी. भारत हिंदू महासभा की प्रदेश प्रवक्ता राजश्री ने बताया कि हमने मेनिफेस्टो तैयार किया है और इस बार हमने बिहार विधानसभा के चुनाव में 200 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की पूरी योजना तैयार कर ली है. इन सभी मांगों को लेकर पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी. पार्टी के प्रदेश प्रभारी अमित कुमार सिन्हा ने बताया कि अगर इन मांगों को नहीं माना जाता है तो हम 1 जुलाई को राज्य स्तरीय विरोध करेंगे.