प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह पटना:बिहार कांग्रेसमें प्रदेश कमेटी के गठन में देरी हो रही है. प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालने के 8 महीने बाद भी अखिलेश प्रसाद सिंह अब तक प्रदेश कमेटी का गठन नहीं कर पाए हैं. इसके अलावा कई महीनो से कांग्रेस नीतीश कैबिनेट में अपनी भागीदारी ढूंढ रही है लेकिन उसे जगह नहीं मिल रही. ऐसे में बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में देरी और प्रदेश कमेटी के गठन में हो रही देरी के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा है कि खरमास महीने में शुभ कार्य नहीं होते हैं. लिहाजा थोड़ा इंतजार करिये, सब हो जाएगा.
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"आप लोग क्या चाहते हैं कि खरमास महीने में लिस्ट बाहर हो? ये महीना नहीं है बढ़िया, इसलिए इसमें शपथ ग्रहण भी नहीं हो रहा है. इसलिए कोई लिस्ट भी जारी नहीं होगी. इंतजार करिये, सब हो जाएगा. जहां तक बीजेपी की लिस्ट की बात है तो बीजेपी के लोग तो सब गलत काम ही करते हैं"-अखिलेश प्रसाद सिंह, अध्यक्ष, बिहार कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने क्या बोला?: अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि अभी मलमास महीना चल रहा है, जो एक तरीके से खरमास का महीना होता है. इस समय शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. इसी के कारण कांग्रेस से कोई मंत्रिमंडल में शपथ नहीं ले रहा है और मंत्रिमंडल विस्तार में विलंब हो रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रदेश कमेटी भी लगभग बनकर तैयार है. खरमास खत्म होते ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी. वहीं बीजेपी द्वारा प्रदेश कमेटी के इसी महीने गठन किए जाने के सवाल पर अखिलेश सिंह ने कहा कि यह बातें बीजेपी से पूछी जानी चाहिए कि जिस महीने में शुभ कार्य नहीं किया जाता, उस महीने में भाजपा ने ऐसा क्यों किया.
बिहार कांग्रेस में गुटबाजी के कारण देरी!: प्रदेश अध्यक्ष भले ही खरमास का बहाना बना रहे हों लेकिन सूत्र बताते हैं कि कांग्रेसी नेताओं की आपसी गुटबाजी के कारण विलंब हो रहा है. चर्चा है कि कांग्रेस को मंत्रिमंडल में एक ही सीट दी जा रही है, जबकि कांग्रेस की 2 सीटों पर दावेदारी है. इसी कारण मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो पा रहा है. वहीं जहां तक प्रदेश कमेटी के गठन में देरी का सवाल है तो अखिलेश सिंह ने प्रदेश कमेटी के सदस्यों के नाम का प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया है लेकिन बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास की ही उस पर स्वीकृति नहीं मिल रही है.