पटना: कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने फिर से शराब की बिक्री शुरू किए जाने की वकालत की है और कहा है कि सरकार ऊंचे दामों पर शराब बेचे. इससे बिहार में उद्योग-धंधा लगेगा और नौजवानों को रोजगार मिलेगा. सरकार के स्मार्ट मीटर योजना का भी कांग्रेस विधायक ने विरोध किया और कहा कि यह गरीब विरोधी है.
विधानसभा में ऊर्जा विभाग और मद्य निषेध विभाग के बजट पर विपक्षी सदस्यों ने यह कहते हुए बहिष्कार कर दिया कि गरीबों के विरोध में सरकार का योजना है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने खास बातचीत में तो यहां तक कहा कि सरकार को शराबबंदी से 15 से 20 हजार करोड़ का राजस्व का नुकसान हो रहा है. सरकार ऊंचे दामों में शराब बेचे और उससे रोजगार धंधा लगाए, जिससे लोगों को रोजगार मिले. शराबबंदी से राजस्व की हानि नहीं होने के सरकार के दावे को भी गलत बताया.
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ऊर्जा विभाग के बजट पर भी कई योजनाओं को लेकर नाराजगी जताते हुए अजीत शर्मा ने कहा कि इस स्मार्ट मीटर के लिए गरीब कहां से स्मार्ट मोबाइल रखेगा या तो सरकार मोबाइल दे दे. कांग्रेस की तरफ से पहले भी शराबबंदी को लेकर पुनर्विचार किए जाने की मांग सरकार से की जाती रही है. अब अजीत शर्मा ने खुलकर कहा है कि शराबबंदी से सरकार को राजस्व की बड़ी क्षति हो रही है और उसकी भरपाई के लिए अब बेहतर है कि शराब ऊंचे दामों में बेचे.