पटना(दानापुर): राजधानी के दानापुर चांदमारी में चल रही एआईएसएफ छात्रों और ग्रामीणों की 48 घंटे का भूख हड़ताल समाप्त हो गई है. लोगों ने 28 सितंबर को दानापुर एसडीओ के सामने प्रदर्शन का ऐलान किया है. साथ ही यह भी कहा कि धरना के माध्यम से आंदोलन जारी रहेगा.
दरअसल, लोदीपुर-चांदमारी समेत दानापुर के सभी बंद रास्तों को खोलने की मांग को लेकर छात्रों और ग्रामीणों ने भूख हड़ताल की थी, जो 48 घंटे बाद खत्म हुई. हड़ताल करीब 11 बजे खत्म हुई. भूख हड़ताल पर बैठे एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार, धीरेन्द्र कुमार, मनीष कुमार, सोनू कुमार,कुमार वैभव और पप्पू कुमार को क्रमशः कर्नल वेन सिंह की पत्नी सुनीता देवी, स्वतंत्रता सेनानी की पत्नी रखिया देवी, पूर्व कैप्टन ए.के. सिंह, ऑनरी कैप्टन एसपी शर्मा एवं ग्रामीण सुशीला देवी ने जूस पिलाकर समाप्त कराया.
किया गया पौधारोपण
इस दौरान छात्रों और ग्रामीणों ने आंदोलन स्थल पर वृक्षारोपण भी किया. एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि भूख हड़ताल की पूर्व सूचना के बावजूद सरकार या प्रशासन का कोई प्रतिनिधि वार्ता के लिए नहीं आया. जिलाधिकारी और दानापुर एसडीओ ने अनशनकारियों की स्वास्थ्य जांच के लिए किसी डॉक्टर को भेजना भी उचित नहीं समझा, यह बेहद निंदनीय है.
दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
दानापुर चांदमारी में चल रहे धरना प्रर्दशन करते हुए 28 सितंबर को आक्रोशित छात्र और ग्रामीण दानापुर एसडीओ के सामने प्रदर्शन करेंगे अगर फिर भी सरकार की नींद नहीं टूटती है तो उग्र आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा. अनशनकारी धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि हमारा आंदोलन लोदीपुर-चांदमारी समेत सभी बंद रास्ते को खोलने तक जारी रहेगा. इस मौके पर परिषद सदस्य भाग्य भारती, डॉ. करिश्मा राय, पूर्व मुखिया जवाहर सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे.