पटना: पूरे प्रदेश में महीनों से नियोजित शिक्षक हड़ताल पर हैं. इस दौरान कई शिक्षकों की मौत हो गई है. इसको लेकर एआईएसएफ छात्र संगठन ने रोष व्यक्त किया है. एआईएसएफ ने सरकार से शिक्षकों से बात कर हड़ताल समाप्त कराने की मांग की है. एआईएसएफ और एआईवाईएफ ने 27 अप्रैल को राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाने का फैसला किया है.
'कोरोना से भी तेजी से हो रही है हड़ताल की वजह से शिक्षकों की मौत, सरकार को किस दिन का इंतजार?'
एआईएसएफ और एआईवाईएफ ने 27 अप्रैल 2020 को राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस घोषित किया है. छात्र-युवा नेताओं ने अपने राज्य भर में फैले सभी साथियों से सोशल मीडिया के माध्यम से हड़ताली शिक्षकों को 27 अप्रैल को अपना समर्थन देने की अपील की है.
प्रदेश में ऑल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन और ऑल इण्डिया यूथ फेडरेशन छात्र संगठन ने शिक्षकों के प्रति सरकार के रवैया को लेकर रोष व्यक्त किया है. एआईएसएफ और एआईवाईएफ छात्र संघ ने सीएम नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा से अविलंब हड़ताली शिक्षकों से वार्ता कर हड़ताल समाप्त कराने का अनुरोध किया है. एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार और एआईवाईएफ के राज्य सचिव रौशन कुमार सिन्हा ने बताया कि हड़ताल की अवधि में अभी तक 60 शिक्षकों की मौत हो चुकी है. कोरोना से अधिक रफ्तार से शिक्षकों की मौत हड़ताल की वजह से हो रही है. सरकार अब किस दिन का इंतजार कर रही है?
हड़ताली शिक्षकों के समर्थन में छात्र संगठन
एआईएसएफ और एआईवाईएफ ने 27 अप्रैल 2020 को राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस घोषित किया है. छात्र-युवा नेताओं ने अपने राज्य भर में फैले सभी साथियों से सोशल मीडिया के माध्यम से हड़ताली शिक्षकों को 27 अप्रैल को अपना समर्थन देने की अपील की. वहीं, एआईएसएफ के राज्य अध्यक्ष रंजीत पंडित और एआईवाईएफ के राज्य अध्यक्ष संजीत सुमन ने 27 अप्रैल को अपने सभी जिला, अंचल और प्राथमिक इकाइयों से मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को हड़ताली शिक्षकों के समर्थन में मेल पत्र भेजने का आह्वान किया.