एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल ईमान का बयान पटना : बिहार के सीएम नीतीश कुमार जब से जी20 डिनर में गए हैं, सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है. कयासबाजियां तो यहां तक हो रही है कि एक बार फिर से नीतीश कुमार पलटी मार सकते हैं. इसी कड़ी में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल ईमान ने भी इस पर चुटकी लेते हुए बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का जी20 डिनर में पीएम मोदी से मिलना कभी अर्थपूर्ण है. क्योंकि आगे कुछ भी हो सकता है.
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नीतीश कुमार की भाजपा से कोई नाराजगी नहीं : एआईएमआईएम विधायक ने कहा कि जिस जमाने में नीतीश जी ने कसम खाई थी कि मिट जाएंगे, लेकिन बीजेपी में फिर से नहीं जाएंगे. उस मिट्टी में मिल जाने वाली कसम को तो नीतीश कुमार ने तोड़ दिया. इस कसम को भी जिसने तोड़ दिया, उस पर क्या भरोसा किया जा सकता है. सियासी समीकरण की बात करते हैं तो सच्चाई को जरा खंगालकर देखिए. नीतीश कुमार को मोदी जी से बैर है, बीजेपी से नहीं.
"मोदी से नीतीश कुमार की वर्चस्व की लड़ाई है. वह बैर व्यक्तिगत है. बाकी बीजेपी से उन्हें कोई बैर नहीं है. जहां तक की उनका खुद का नजरिया और काम करने का तरीका बीजेपी से बिलकुल अलग नहीं है. जहां तक पांव डगमगाने की बात है तो नीतीश कुमार कुमार हमेशा डगमगाते रहे हैं. मौका पाकर कहीं भी जाना वह उनकी राजनीतिक चतुराई है".- अख्तरूल ईमान, विधायक, एआईएमआईएम
'नीतीश कुमार का कोई भरोसा नहीं' : नीतीश कुमार को हटाकर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की बात चल रही है और यही डील हुई थी, इस पर जब अख्तरुल ईमान से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमलोग भी ऐसा ही सुने हैं. कई मौके पर नीतीश कुमार ने इसका संकेत भी दिया था, लेकिन यह बात तब होती है जब आदमी अपने शब्दों पर कायम रहे. अपने वचन पर कायम रहे, लेकिन जिनको अपने शब्दों पर टिके ही नहीं रहना है, उसके इशारों का क्या.
'राहुल गांधी के सामने नीतीश कुमार का कद छोटा' : अख्तरुल ईमान ने साफ कहा कि बीजेपी के सामने राहुल गांधी का कद यकीनन राष्ट्रीय स्तर पर नीतीश कुमार से ज्यादा बड़ा है. भले ही इन्होंने अलग-अलग लोगों को लाकर इस गठबंधन में जोड़ने की भूमिका निभाई हो. कोऑर्डिनेशन करने का काम किया हो, लेकिन राहुल गांधी के कद के सामने या फिर कांग्रेस की जो छवि है, उसके मुकाबले तो ये कहीं नहीं हैं. जहां तक नीतीश कुमार के पलटी मारने की बात है तो कुछ भी हो सकता है.