पटना: अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सदस्य राजाराम सिंह ने कहा कि कृषि विरोधी काले कानून के खिलाफ दिल्ली में किसान आंदोलन कर रहे हैं. उसे मजबूती प्रदान करने के लिए बिहार के किसान भी समर्थन में है.
पटना में AIKS की बैठक, किसान आंदोलन को मजबूती प्रदान करने की बनाई गई रणनीति - पटना में राजभवन मार्च
राजधानी पटना के जमाल रोड में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने एक बैठक किया गया. जिसमें बिहार राज्य के कई हिस्सों से किसान और किसान नेता शामिल हुए.

'आगामी 20 दिसंबर को गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा और इस आंदोलन में जो किसान शहीद हुए हैं उनके लिए श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया जाएगा. सरकार चाहती है कि कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण कर दिया जाए. अगर ऐसा होता है तो सिर्फ समस्या बिहार को नहीं बल्कि देश के हर एक नागरिक को होगी.'-राजाराम सिंह ,किसान नेता
'29 दिसम्बर को किया जाएगा राजभवन मार्च'
किसान नेता सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानून को वापस ले. अन्यथा आगामी 29 दिसंबर को पटना में राजभवन मार्च किया जाएगा और राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. किसान नेता ने बताया कि बिहार के किसान भी बिहार में आंदोलन को तेज करेंगे.