पटना: डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है. हर छोटी-बड़ी बीमारी पर हमें एक डॉक्टर की याद आती है. हम उनके पास इसी उम्मीद से जाते है कि डॉक्टर हमारे दर्द और बीमारी का दवा करें, ताकि हम स्वस्थ हो सके. कुछ डॉक्टर अपने तय वक्त और फीस के हिसाब से मरीजों को देखते हैं तो कुछ अपनी सहूलियत के अनुसार मरीजों को देखते हैं. लेकिन राजधानी में एक ऐसा भी डॉक्टर है, जिन्होंने इंसानियत की मिसाल पेश की है. यह डॉक्टर गांव-गांव जाकर कैंप लगाकर लोगों का मुफ्त इलाज (Doctor Raman Kishore Provide Free Treatment To Patient) करता है. इनका नाम डॉ रमन किशोर है. वे एम्स पटना में फिजीशियन के पद पर कार्यरत है.
यह भी पढ़ें:पटनाः महिला के पेट से निकला 15 किलो का ट्यूमर, NMCH में हुआ सफल ऑपरेशन
सैलरी का 80 प्रतिशत मुफ्त इलाज पर खर्च:डॉ रमन किशोर का मकसद केवल लोगों को निरोग बनाना है. उन्होंने करीब 4 साल पहले एम्स पटना में फिजीशियन पद पर ज्वाइन किया था. तब से अब तक वह राजधानी पटना के इर्द-गिर्द के करीब 30 किलोमीटर के इलाके में 75 हेल्थ कैंप लगा चुके हैं. इस दौरान करीब 8000 से ऊपर मरीजों का फ्री में इलाज कर चुके हैं. वह कहते हैं एम्स में जॉब करने के एवज में उनको जो सैलरी मिलती है और उसका 70 से 80 प्रतिशत का हिस्सा वह लोगों के मुफ्त इलाज पर खर्च कर देते हैं.
ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पर उनका फोकस:डॉक्टर रमन सर्वे भवंतु सुखेन के कथन में विश्वास रखते हैं. वे कहते हैं मेरी कोशिश रहती है कि बीमारियों को शुरू में ही पहचान कर मरीजों को बता दिया जाए, ताकि वह बीमारी शुरू में ही खत्म हो जाए. उन्होंने कहा कि एक्चुअली मैं ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पर काम कर रहा हूं. मेरा मकसद बीमारियों को शुरुआती दौर में ही पता लगा कर इलाज करने का होता है. जिससे कि वह बीमारी जानलेवा नहीं बन पाए. मैं पटना के आसपास के गांवों में जाकर कैंप लगाता हूं. मेरी कोशिश यह पता लगाने की होती है कि जो एसिंप्टोमेटिक लोग हैं उनमें बीमारी है या नहीं है. मेरा काम एकदम फ्री होता है.
मरीज से संपर्क में रहने के लिए बनाया एप:डॉक्टर रमन यह भी बताते हैं कि इसके लिए उन्होंने एक ऐप भी डिवेलप किया है. जिसमें दिखाए गए मरीजों के सारे डिटेल और कांटेक्ट नंबर सेव है. वह कहते हैं कि मेरी कोशिश यह है कि हर 3 महीने के बाद रोगी के पास मैसेज चला जाए कि 3 माह गुजर चुके हैं. अब आप जाकर फिर से अपना ब्लड प्रेशर जांच करवा लें. डॉक्टर रमन ने अपना एमबीबीएस गया मेडिकल कॉलेज से किया है. वह कहते हैं कि ऐसे करने की प्रेरणा मुझे वहीं से मिली थी. इसके बाद इस पर काम करना शुरू कर दिया.