पटनाः उत्तर बिहार के 14 जिले इन दिनों बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ के पानी में किसानों के फसल डूब गए. जिससे उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि किसानों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है. जल्द ही उन्हें क्षतिपूर्ति राशि दे दी जाएगी.
फसल का नुकसान
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि उत्तर बिहार में बाढ़ आने से आठ लाख हेक्टेयर में लगी फसल का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मवेशियों की भी मौत हुई है. पशुपालकों को प्रति पशु हम लोग 30 हजार की राशि दे रहे हैं, जो उनके खाते में 7 दिन के अंदर भेज दिया जाएगा.
की जा रही जरूरी व्यवस्था
प्रेम कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिले में जगह-जगह पर पशु आश्रय स्थल खोले गए हैं. जहां चारे से लेकर दवा तक की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि हमारे सरकार का उद्देश्य है कि किसानों और पशुपालकों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो. इसे लेकर सभी जिलों में जरूरी व्यवस्था की जा रही है.
फसल का उत्पादन
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि हम भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि किसान, पशुपालक और मछली पालकों को जल्द से जल्द आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए. मंत्री ने फसल उत्पादन को लेकर कहा कि बारह-तेरह साल बाद इस बार समय से बारिश हुई है. जिससे बाढ़ प्रभावित जिलों को छोड़कर अन्य 24 जिलों में फसल का उत्पादन काफी अच्छा हुआ है.
किसानों को दी जाएगी क्षतिपूर्ति राशि
प्रेम कुमार ने कहा कि इस बार बिहार में हमने 33 लाख हेक्टेयर में धान, साढे चार लाख हेक्टेयर में मक्का ,एक लाख हेक्टेयर में दलहन और 50 हजार हेक्टेयर में तिलहन फसल के उत्पादन का लक्ष्य रखा था. उसमें से आठ लाख हेक्टेयर में लगी फसल की बाढ़ के कारण क्षति हो गई. इसके बावजूद फसल उत्पादन के लक्ष्य में कमी नहीं आई है. उन्होंने कहा है बाढ़ प्रभावित जिलों में पानी निकलने के 15 दिन बाद वास्तविक आंकलन करके किसानों को क्षतिपूर्ति राशि डीबीटी के माध्यम से भेज दी जाएगी.