पटनाः बिहार की राजधानी पटना में एक वरिष्ठ आईएएस ने अलग ही बवाल खड़ा कर दिया है. आईएएस केके पाठक ने बिहार को लेकर विवादित बयान दिया था. साथ ही उन्होंने बिहार के अधिकारियो के बारे में भी गलतबयानी की थी. इसके बाद से बासा के पदाधिकारी उनका विरोध (BASA Protest against IAS KK Pathak in patna) कर रहे हैं और सरकार से उनके निलंबन की मांग पर अड़े हुए हैं. विरोध के इसी सिलसिले में शुक्रवार को बासा भवन पटना में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने तीन मिनट का मौन रखा.
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मानसिक शुद्धिकरण के लिए रखा मौन व्रतः बासा भवन में अधिकारियों ने आईएएस केके पाठक के मानसिक शुद्धिकरण के लिए तीन मिनट का मौन व्रत रखा. बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष शशांक शेखर ने कहा कि हमने आज ईश्वर से प्रार्थना की है कि केके पाठक की जो मानसिक स्थिति खराब है वह ठीक हो जाए. हमें लग रहा है कि सरकार हमारे बातों को सुन रही है. सरकार का भी रवैया सकारात्मक है हम चाहते हैं कि सरकार के के पाठक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करें जिस तरह का व्यवहार उन्होंने किया है निश्चित तौर पर वह निंदनीय है.
"हमने आज ईश्वर से प्रार्थना की है कि केके पाठक की मानसिक स्थिति ठीक हो जाए. इसको लेकर हम लोगों ने 3 मिनट का मौन भी रखा है. हमें लग रहा है कि सरकार हमारी बातों को सुन रही है. सरकार का भी रवैया सकारात्मक है. हम चाहते हैं कि सरकार केके पाठक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करे. जिस तरह का व्यवहार उन्होंने किया है निश्चित तौर पर वह निंदनीय है" -शशांक शेखर, अध्यक्ष, बिहार प्रशासनिक सेवा संघ
कनीय अधिकारी से जारी करवाया है खेद पत्र: शशांक शेखर ने कहा कि कल शाम में एक पत्र जारी हुआ है. इसमें कहा गया है कि केके पाठक ने खेद व्यक्त किया है, लेकिन हम उन बातों में नहीं आने वाले हैं. क्योंकि जो पत्र जारी किया गया है किसी कनीय अधिकारी ने जारी किया है. हम उसे सही नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि अगर हम लोगों को न्याय नहीं मिला, तो हम लोग न्यायालय की शरण में भी इस मामले को लेकर जा सकते हैं. पटना के बासा भवन में जुटे हुए थे और सभी अधिकारियों का यही कहना था कि केके पाठक ने जिस तरह का बयान बासा के अधिकारियों को लेकर दिया है वह बिल्कुल गलत है और उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए
बासा ने की केके पाठक के निलंबन की मांगः वहीं बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के उपाध्यक्ष सुनील कुमार तिवारी ने कहा कि हमलोग केके पाठक के निलंबन की मांग करते हैं और हम चाहते हैं कि उनका जो मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है, इसके लिए उन्हें मानसिक आरोग्यशाला, जो आरा के पास स्थित है वहां पर भेज दिया जाए. कुल मिलाकर देखें तो के के पाठक के बयान के बाद जिस तरह की स्थिति बनी है उसमें बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और केके पाठक आमने-सामने हैं.
"हम लोग सीधे-सीधे केके पाठक के निलंबन की मांग करते हैं. केके पाठक का मानसिक संतुलन गड़बड़ा गया है. हमलोग चाहते हैं कि उन्हें मानसिक आरोग्यशाला में भर्ती कराया जाए. आरा के पास स्थित कोईलवर में मानसिक आरोग्यशाला है, वहां उन्हें भेज दिया जाए"-सुनील कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष, बिहार प्रशासनिक संघ
गया में भी आईएएस केके पाठक का विरोधःगया में मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक के खिलाफ बासा के पदाधिकारियों ने काला पट्टी लगाकर विरोध जताया है. बासा के पदाधिकारियों ने 3 मिनट मौन भी रखा. अपर समाहर्ता मनोज कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर केंद्रीय कार्यकारिणी कमेटी बासा पटना के महासचिव ने आईएएस केके पाठक के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है. निर्णय हुआ है, कि बासा के सारे पदाधिकारी 3 मिनट का मौन रखकर केके पाठक का विरोध जताएंगे और दिन भर काला पट्टी लगाकर काम करेंगे.