पटना(मसौढ़ी):बीते दिनोंअग्निपथ की आग में मसौढ़ी में 3 घंटे तक बवाल हुआ था. जहां एक ओर उपद्रवियों ने तारेगना रेलवे स्टेशन (Taregna Railway Station) को कब्जे में लेते हुए पूरे स्टेशन को जला डाला था. वहीं, जीआरपी थानों में भी तोड़फोड़ की गई थी. सड़कों पर तांडव कर दर्जनों वाहन को आग के हवाले कर दिया गया था. इस घटना के पीछे जिला प्रशासन ने कोचिंग संचालकों को कसूरवार ठहराया है. प्रशासन इन कोचिंग संचालकों के खिलाफ बड़ी करवाई करने की तैयारी में हैं. ऐसे में अब तक मसौढ़ी के चार कोचिंग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई:मसौढ़ी में हुए उपद्रव मामले में अब तक चार कोचिंग पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. सभी कोचिंग संस्थान को 25 जून तक कोचिंग बंद करने के आदेश दिए गये थे. इसके बाद एक बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में जिला प्रशासन दिख रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि जब भी कहीं भी विरोध प्रदर्शन आगजनी होती है, उसमें कहीं न कहीं कोचिंग के छात्र जरूर मौजूद होते हैं. पिछले बार भी एनटीपीसी को लेकर हुए हंगामे में सभी कोचिंग के ही छात्र लोग थे और इस बार भी अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में हुए तांडव में पूरा कसूरवार जिला प्रशासन ने कोचिंग के छात्रों को ही ठहराया है. जिसको लेकर जगह-जगह पर कोचिंग पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.