एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार पटना:राजधानी पटना के राजेंद्र नगर स्टेशन के समीप पुलिस ने यूरेनियम उपलब्ध कराने के नाम पर धोखाधड़ी करनेवाले गैंग का पर्दाफाश (Fraud Gang Busted on Fake Uranium) किया है. दरअसल 900 ग्राम की खेप के दो झोले को बिहार एटीएस और स्थानीय थाना की संयुक्त कारवाई में बड़ी सफलता मिली. पटना के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर बाईपास इलाके से गिरफ्तार युवकों के पास संदिग्ध वस्तु यूरेनियम जैसा पदार्थ जिसे काले झोले में रखा हुआ बरामद किया है. इस मामले में पुलिस ने कुल 9 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है.
ये भी पढ़ें- Uranium seized in Patna: पटना में 1.8 KG यूरेनियम बरामद, मामले में 9 लोग गिरफ्तार
धोखाधड़ी गैंग का पर्दाफाश: बरामद संगदिग्ध वस्तु जिस काले बैग में रखा था उसके ऊपर यूरेनियम लिखा हुआ था. जिसका निर्माण 3.06.17 को किया गया है और इसकी एक्सपायरी बरामद बैग के ऊपर लिखे अनुसार से 28.10.2024 की बताई गई है. हैरानी की बात है की बैग के ऊपर मेड इन यूएसए लिखा हुआ पाया गया है. बिहार एटीएस की टीम इस गिरोह के पीछे काफी दिनों से लगी थी. इस गिरोह का इनपुट मिलते ही बिहार एटीएस ने इस मामले में पटना के पत्रकार नगर थाना के साथ मिलकर संयुक्त कारवाई की.
9 सरगना गिरफ्तार: बिहार एटीएस ने गुप्त सुचना के आधार पर घेराबंदी करते हुए गिरोह के सभी 9 सरगना को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जानकारी के मुताबिक यूरेनियम का गलत इस्तेमाल किया जाता है, जिसका उपयोग न्यूक्लियर बम बनाने में भी किया जाता है. बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि बरामद संदिग्ध वस्तु यूरेनियम नहीं है. यह यूरेनियम जैसा दिखने वाला चमकीला पदार्थ है. ये सभी गिरोह किसी को ठगने के लिए काले थैले में लेकर आए थे. जिसे गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया है.
"बरामद संदिग्ध वस्तु यूरेनियम नहीं है. यह यूरेनियम जैसा दिखने वाला चमकीला पदार्थ है. ये सभी गिरोह किसी को ठगने के लिए काले थैले में लेकर आए थे. जिसे गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. संदिग्ध वस्तु की फॉरेंसिक जांच की जा रही है. उसके बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर यह संदिग्ध वस्तु है क्या? पकड़े गये लोगों में 3 पूर्णिया, 2 पटना और दो मोतिहारी के अलावा दो 2 लोग नेपाल के रहने वाले बताए जा रहे हैं. जबकि 1 बिहार से सटे यूपी के हैं. जिनसे सघन पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय