पटना:बिहार सरकार ने एडीजी रैंक के अधिकारियों कोशराबबंदीको लेकर निर्देश जारी किया है. अधिकारियों को अलग-अलग रेंज की जिम्मेदारी देकर शराबबंदी कानून ( Liquor Ban Law ) को सख्ती से लागू करने का निर्देश जारी किया है. जिन लोगों को मद्य निषेध (Bihar Liquor Ban Policy) सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है, उनमें एटीएस प्रमुख भी शामिल हैं. इधर विपक्ष (RJD on Liquor Ban) ने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं और पूछा है कि जब आपके घर में ही शराब माफिया की पैठ है तो, शराबबंदी का दिखावा क्यों कर रहे हैं?
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सरकार ने लोगों को शराब पीने से रोकने के लिए 10 एडीजी और दो आईजी को आधिकारिक रूप से ड्यूटी पर लगा दिया है. इसमें एटीएस प्रमुख भी शामिल हैं. बिहार के अलग-अलग रेंज के लिए अलग-अलग एडीजी को ड्यूटी पर लगाया गया है, जो उस रेंज की मॉनिटरिंग करेंगे. साथ ही उन्हें यह भी तय करना होगा कि, शराबबंदी कड़ाई से लागू हो.
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नए साल के मौके पर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने पहली बार एडीजी लेवल के 10 अफसरों को एक साथ ड्यूटी पर लगाया है. इस ऑपरेशन में एसटीएफ, एटीएस, सीआईडी और स्पेशल ब्रांच के एडीजी भी शामिल हैं. इसके तहत सेंट्रल रेंज की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सीआईडी के एडीजी जितेंद्र कुमार (CID ADG Will Monitor Liquor Ban) को दी गई है जबकि मगध क्षेत्र की मॉनिटरिंग एडीजी रेल निर्मल कुमार आजाद करेंगे.
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शाहाबाद क्षेत्र के लिए एडीजी ऑपरेशन सुशील मानसिंह खोपड़े को जिम्मेदारी दी गई है. वहीं एटीएस के एडीजी एस रविंद्रन को तिरहुत क्षेत्र की मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंपा गया है. इनके अलावा एडीजी ट्रेनिंग मलारविजी को चंपारण, एडीजी स्पेशल ब्रांच सुनील कुमार को सारण, एडीजी एससीआरबी एवं आधुनिकीकरण डॉक्टर कमल किशोर सिंह को पूर्णिया क्षेत्र की मॉनिटरिंग की कमान सौंपी गई है.