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कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए है पर्याप्त तैयारी- डॉ. मनोज कुमार सिन्हा

न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि होली को लेकर काफी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों से बिहार वापस लौट रहे हैं. महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हो गए हैं. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में भी कोरोना के मामले में वृद्धि देखने को मिलेगी.

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Published : Mar 18, 2021, 11:48 AM IST

पटनाःदेश में एक बार फिर सेकोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है. इसे देखते हुए बिहार को भी अलर्ट पर रखा गया है. होली के अवसर पर प्रवासियों के घर लौटने का सिलसिला शुरू होने वाला है. ऐसे में एक बार फिर से बिहार में संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है.

निशुल्क कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध
बिहार में संक्रमण की स्थिति को कंट्रोल करने के लिए राज्य के अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पर्याप्त व्यवस्थाएं करने का निर्देश दिया गया है. राजधानी पटना के सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है. अस्पतालों में अलग से एक फ्लू कॉर्नर भी बना हुआ है जहां कोरोना सस्पेक्ट अपना जांच करा सकते हैं.

"होली मौसम बदलने का समय होता है. ऐसे में इस समय सर्दी जुकाम के मामले बढ़ जाते हैं. लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है इस वजह से कोरोना का खतरा भी बढ़ जाता है. इस समय इंफेक्शन की बीमारियां ज्यादा होती हैं और पिछले साल भी मार्च महीने के बाद से ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने शुरू हुए थे."- डॉ मनोज सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल

देखें रिपोर्ट

स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त है तैयारी
न्यू गार्डिनर रोड हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि होली को लेकर काफी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों से बिहार वापस लौट रहे हैं. महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हो गए हैं. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में भी कोरोना के मामले में वृद्धि देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि ऐसे में इस स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल में पर्याप्त तैयारी है.

फ्लू कॉर्नर पर जांच करा सकते हैं कोरोना सस्पेक्टेड
अधीक्षक मनोज सिन्हा ने कहा कि अस्पताल में कोरोना जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है और अलग से एक फ्लू कॉर्नर बना हुआ है जहां कोरोना सस्पेक्टेड अपना जांच करा सकते हैं. उन्होंने कहा कि जांच में अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है और वह एसिंप्टोमेटिक होता है तो उसे मेडिकल कीट देकर होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाती है. साथ ही उसे कोई तकलीफ महसूस होने पर बेझिझक कांटेक्ट करने के लिए कहा जाता है.

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बढ़ाई जा रही टेस्टिंग की सुविधा
डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीज को अस्पताल में एडमिट किया जाता है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में टेस्टिंग की सुविधा इसलिए बढ़ाई जा रही है ताकि बाहर से आने वाले अधिक से अधिक लोगों का जांच हो सके.

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