पटनाः बिहार में इन दिनों जातीय जनगणना चल रहा है. जनगणना का काम पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह काफी तेजी से करवा रहे हैं. इसी बीच एक डॉक्टर के द्वारा सोशल मीडिया पर जानकारी दी गई की उनका जनगणना नहीं हुआ है. यह बात जैसे ही जिलाधिकारी के संज्ञान में आई, उन्होंने जांच के आदेश दे डाले. सामने आया कि डॉक्टर ने भ्रम फैलाने का काम किया है. डीएम ने डॉक्टर पर कार्रवाई का आदेश दिया है.
यह भी पढ़ेंःBihar Caste Census: 'अंदरखाने से बीजेपी कर रही जातीय गणना रोकवाने का प्लान'-RJD ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
"एक डॉक्टर के द्वारा उनकी जनगणना नहीं होने की बात सामने आई. जिसके बाद पदाधिकारी को वहां भेजा गया. पता चला कि डॉक्टर सुबह से 8:00 बजे रात तक घर पर नहीं होते हैं. वहां ताला जड़ा होता है. इसके बाद 8:00 बजे रात के बाद डॉक्टर के घर पदाधिकारी को भेजा गया तो डॉक्टर ने कहा कि हम जनगणना नहीं कराएंगे. उनके द्वारा मीडिया में यह भरम फैलाया गया कि उनका जनगणना नहीं हुआ है. जांच हो रही है, मामला सत्य पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी."-डॉ चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
डीएम की अध्यक्षता में बैठकःदरअसल, सोमवार को डीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसी बैठक के बाद डीएम ने इस मामले में जानकारी दी. बैठक में बिहार जातीय जनगणना 2022 के द्वितीय चरण में डाटा इंट्री में प्रगति की समीक्षा की गई. चार्ज से प्राप्त रिपोर्ट की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि सोमवार को 1, 14,038 परिवारों का BIJAGA App पर डाटा इन्ट्री किया गया. 09 अगस्त, 2023 तक 5, 94, 830 परिवारों का इन्ट्री किया गया था. इन्ट्री किए गए परिवारों की अद्यतन संख्या 7,08, 868 है, जो कुल परिवारों की संख्या 13.69 लाख का 51.78 प्रतिशत है.
डाटा इंट्री में कुछ समस्याःचार्ज पदाधिकारियों ने बताया कि तकनीकी कारणों से डाटा इंट्री में कुछ समस्या आ रही है. जिला पदाधिकारी ने कहा कि बेल्ट्रान द्वारा इन मामलों का नियमित समाधान किया जा रहा है. डीएम ने कहा कि डाटा इंट्री में प्रगति संतोषजनक है. सभी प्रगणक, पर्यवेक्षक तथा चार्ज अधिकारी द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है. सारे चार्ज पदाधिकारियों द्वारा अच्छी माइक्रो-लेवल प्लानिंग की गई है और अपने कार्यालय से हेल्प डेस्क- कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी प्रगणकों से मोबाइल से नियमित संपर्क किया जा रहा है.
पटना जिले के सभी 45 चार्ज में गणना से संबंधित आंकड़ों के संकलन का कार्य भौतिक रूप से पूर्ण होने के पश्चात संकलित आंकड़ों को सामान्य प्रशासन विभाग एवं बेल्ट्रॉन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल एवं प्रक्रिया के अनुसार BIJAGA App के माध्यम से प्रविष्ट एवं डाटा Synchronization किया जा रहा है. चार्जवार निर्धारित स्थलों पर शिविर लगाकर डाटा इंट्री का कार्य किया जा रहा है.