पटनाः जिले में पराली जलाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में शुक्रवार को खेतों में फसल के अवशेष जलाने वाले 26 किसानों को चिह्नित कर उनपर कार्रवाई सुनिश्चित की गई.
इस संंबंध में जानकारी देते हुए कृषि अधिकारी ने बताया कि नियम का उल्लंघन करते पाए जाने पर 26 किसानों पर कार्रवाई की गई है. उन्हें कृषि लाभ से वंचित रखा जाएगा.
चलाया जा रहा जागरुकता अभियान
डीएम कुमार रवि ने जिला कृषि पदाधिकारी को किसान सलाहकार और कृषि समन्वयक के माध्यम से पराली जलाने से होने वाली हानि के बारे में किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने का दिया निर्देश है.अपने फसलों के अवशेष को खेतों में जलाने के बदले उससे वर्मी कंपोस्ट बनाएं या मिट्टी में मिलायें, इसके साथ ही यदि फसल की कटनी हार्वेस्टर से की गई हो तो खेत में फसलों के अवशेष पुआल भूसा आदि को जलाने के बदले खेत की सफाई करने के लिए वेलर मशीन का उपयोग करें.
बता दें कि फसल अवशेषों को जलाने से मिट्टी का तापमान बढ़ने के कारण मिट्टी में उपलब्ध सुक्ष्म जीवाणु, केंचुआ आदि मर जाते हैं. साथ ही जैविक कार्बन, जो पहले से ही हमारी मिट्टी में कम है और वह भी जलकर नष्ट हो जाता है. फलस्वरूप मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है.