पटना: हाई कोर्ट के तीन अधिवक्ता संघों के समन्वय समिति के अध्यक्ष योगेश चन्द्र वर्मा ने वाहन जांच के नाम पर वकीलों को अपमानित किए जाने का आरोप पुलिस पर लगाया है. उन्होंने कहा कि कोई भी कानून आम नागरिकों की भलाई के लिए बनाया जाता है और सभी को उसका पालन करना चाहिए. कोई अगर कानून का उल्लंघन करता है तो नियमों के तहत ही कार्रवाई भी होनी चाहिए.
लेकिन पुलिस जिस तरह कानून की आड़ में वाहन जांच के नाम पर गैर कानूनी तरीके से वसूली अभियान चला रही है, उसका बड़े पैमाने पर विरोध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कई वकीलों ने उनसे शिकायत की है कि पुलिस जानबूझकर वकीलों को टारगेट कर रही है और उन्हें अपमानित किया जा रहा है.
पुलिस पर भी होगी कार्रवाई
उन्होंने कहा कि ऐसे कई पुलिस के जवान हैं जिन्हें जांच करने और चालान काटने का कानूनी अधिकार नहीं है. लेकिन वो ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वकील खुद कानून के जानकार हैं और वो कानून का पालन भी करते हैं. अगर पुलिस ने अपना रवैया नहीं बदला और वकीलों के साथ दुर्व्यवहार करना जारी रखा, तो उन्हें भी कानूनी शिकंजे में कसा जाएगा.
कानून सबके लिए बराबर
योगेश चंद्र वर्मा ने कहा कि कोर्ट जाने के क्रम में अगर पुलिस वकीलों को रोकती है तो माना जाएगा कि उसने न्यायिक कार्य में बाधा उत्पन्न किया. पुलिस अगर किसी वकील के वाहन का कागजात देखना चाहती है तो वह नोटिस जारी कर कागजात दिखाने का अनुरोध कर सकती है. लेकिन, कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बिना पुलिस वकीलों को धौंस दिखाएगी तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कानून सबके लिए बराबर है चाहे पुलिस हो या वकील. नियम संगत कार्रवाई नहीं होगा तो विरोध होगा ही.