बिहार

bihar

ETV Bharat / state

बिहार के 12 जिलों में बाढ़ से तबाही, करीब 38 लाख लोग प्रभावित

बिहार में बारिश और बाढ़ की वजह से चारो तरफ तबाही मची हुई है. बाढ़ आने से बिहार के 12 जिलों के करीब 38 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ को लेकर काफी सावधानी बरत रहा है.

Flood devastation in Bihar
बिहार में बाढ़ से मची तबाही

By

Published : Jul 30, 2020, 11:59 AM IST

पटना: बिहार में आपदा प्रबंधन विभाग ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि कुल 12 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. जिसमें सीतामढ़ी शिवहर सुपौल किशनगंज दरभंगा मुजफ्फरपुर गोपालगंज और पूर्वी चंपारण पश्चिम चंपारण, खगड़िया, समस्तीपुर और सारण जिले के 102 प्रभावित प्रखंड शामिल हैं. कुल 901 प्रभावित पंचायतों की संख्या है. इन जिलों मे 3847531 प्रभावित लोग की जनसंख्या है. वहीं, निस्क्रमिट जनसंख्या 309511 है. यहां कुल 19 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में रहने वाले कुल 25116 लोग हैं.

वहीं, बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 12 जिलों में 989 सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है. जिसमें 571122 लोग हर दिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हुई है. जिसमें दरभंगा में 7 पश्चिम चंपारण में 4 लोगों और 4 मवेशियों की मौत हुई है.

बाढ़ को लेकर आपदा प्रबंधन विभागतैयार
बाढ़ के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की मानें तो आपदा प्रबंधन विभाग बाढ़ को लेकर अलर्ट पर है. बिहार के संभावित 12 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है. कुल 26 टीमों की तैनाती की गई है और आपदा मुख्यालय में कुछ टीमों को रिजर्व में रखा गया. जरूरत के हिसाब से इन्हें भी प्रभावी जिले में भेजा जाएगा. आपदा विभाग के मुताबिक बिहार के सीएम नीतीश कुमार खुद अपने आवास से बाढ़ की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर रहे हैं.

सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लगा शिविर
आपदा विभाग के अनुसार कोविड-19 के मद्देनजर सोशल डिस्टेंस के तहत राहत शिविरों में लोगों को रखा जा रहा है. महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. राज्य सरकार की तरफ से सभी राहत शिविरों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था की गई है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर उन्हें चिह्नित कर लिया गया है. जरूरत के हिसाब से लोगों को राहत सामाग्री पहुंचायी जा रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details