पटनाः बिहार आर्ट थियेटर के संस्थापक अनिल कुमार मुखर्जी की 105वीं जयंती के अवसर पर 30 वां पटना थियेटर फेस्टिवल 2021 का आयोजन पटना के कालिदास रंगालय में किया जाएगा. 7 दिनों तक चलने वाले इस नाट्योत्सव की तैयारी काफी जोरों-शोरों से चल रही है. प्रत्येक वर्ष बिहार आर्ट थियेटर के संस्थापक अनिल कुमार मुखर्जी के जन्मदिन अवसर पर 14 जनवरी से नाट्योत्सव का आयोजन करता है.
हर वर्ष होता है आयोजन
बिहार आर्ट थियेटर के सचिव अभिषेक रंजन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत ने बताया कि बिहार आर्ट थियेटर की स्थापना के बाद नाटक का लेखन निर्देशन एवं मंचन के लिए अनिल कुमार मुखर्जी हमेशा प्रयासरत रहते थे. उनके प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए प्रत्येक वर्ष इस नाट्योत्सव का आयोजन किया जाता है. 30 वां पटना थिएटर फिल्म फेस्टिवल आगामी 14 जनवरी से 20 जनवरी तक चलेगा.
इन नाटकों का होगा मंचन
सबसे पहले दिन बिहार आर्ट संस्था अनिल कुमार मुखर्जी द्वारा लिखित नाटक कॉकटेल सुमन कुमार के निर्देशन में प्रस्तुति की जाएगी. 15 जनवरी को नटराज आर्ट संस्था बिहारी भूषण द्वारा लिखित चक्कर काली मुंडी वाले का मंचन करेंगे. 16 जनवरी को रंग गुरुकुल ममता मेहरोत्रा द्वारा लिखित नाटक सीमा पार का मंचन होगा. 17 जनवरी को एचएमटी विजय तेंदुलकर द्वारा लिखित विठला नाटक का मंचन होगा. 18 जनवरी को प्रयोगशाला फणीश्वर नाथ रेणु द्वारा लिखित कहानी रसप्रिया का मंचन होगा. 19 फरवरी को अदाकार ख्वाहिश प्रशांत चटर्जी द्वारा लिखित बैंड मास्टर का मंचन होगा. 20 जनवरी को द स्ट्रगलर्स अभिषेक चौहान द्वारा लिखित लॉलीपॉप का मंचन होगा. फिल्म फेस्टिवल में हर नाटक बेहद ही खास है. बिहार आर्ट थियेटर के अलावा 6 संस्थाओं को नाट्य मंचन का मौका दिया गया है. जिसमें आधुनिक नाटक से लेकर ग्रामीण परिवेश के नाटकों का समावेश है.
दो नुक्कड़ नाटक भी होंगे
इस फेस्टिवल में दो नुक्कड़ नाटक भी किए जाएंगे. कलाकारों के लिए सबसे ज्वलंत मुद्दा है नाटक शिक्षक की बहाली. जिसको लेकर के बिहार में कई बार नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया है. कलाकार अपनी नाटक के माध्यम से सरकार से नाटक शिक्षक बहाली की मांग करते हैं. वह इस फेस्टिवल में भी किया जाएगा. साथ ही देश के कलाकारों में नई ऊर्जा भरने के लिए और उनका मनोबल बनाए रखने के लिए दो प्रतिष्ठित कलाकारों को अनिल मुखर्जी शिखर सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. जिसके लिए महिला रंगकर्मी ममता सिंह एवं पुरुष रंगकर्मी अमित रोशन के नाम का चयन किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के विभिन्न इलाकों मैं नाट्य संस्थाओं को मंच उपलब्ध कराकर उन्हें प्रोत्साहित करना है.