पटना:बिहार में मद्य निषेध कानून के तहत शराबबंदी कानून(Liquor Ban In Bihar) का सख्ती से पालन करवाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. बिहार पुलिस और मध निषेध विभाग द्वारा एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई की जा रही है. एक तरफ जहां शराब माफियाओं पर अभियान चलाकर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है तो वहीं, दूसरी ओर पुलिसकर्मी ( Action on police for violation of prohibition law ) जो शराबबंदी कानून को तोड़ने में संलिप्त पाए जा रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जा रही है.
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साल 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. मिल रही जानकारी के अनुसार साल 2016 से साल 2021 तक कुल बिहार के 28 जिलों के 77 पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गई है. अब 77 पुलिस पदाधिकारियों ( 77 police officers of Bihar will not get duty in thana ) को अगले 10 साल तक थाना नसीब नहीं होगा. उनके ऊपर आरोप है कि, शराबबंदी कानून के तहत उन्होंने कहीं ना कहीं शराब माफियाओं को मदद पहुंचाने की कोशिश की है और इनके कार्य में लापरवाही बढ़ती गई है, जिस वजह से यह निर्णय लिया गया है.
77 पुलिस ऑफिसर के नाम जिनपर हुई कार्रवाई 77 पुलिस ऑफिसर के नाम जिनपर हुई कार्रवाई ये भी पढ़ें-न पियेंगे... ना ही बिकने देंगे...बिहार में 5 साल बाद फिर से ली गई शराबबंदी के लिए शपथ
आपको बता दें कि, बिहार में पूर्ण शराबबंदी को सफल बनाने में शिथिलता बरतने के आरोप में अब तक 77 पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. इसमें इंस्पेक्टर से लेकर सब इंस्पेक्टर व सहायक सब इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी शामिल हैं. यह कार्रवाई 27 अप्रैल 2016 से 20 दिसंबर 2021 के बीच हुई है. वहीं साल 2021 की बात करें तो, बिहार पुलिस और मद्य निषेध विभाग द्वारा 82,930 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है, इनमें 2046 अभियुक्त बिहार के बाहर के हैं.
बिहार पुलिस मुख्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक के कुल लगभग 700 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की गई है. उनमें से 77 पुलिस कर्मी जोकि थाना अध्यक्ष के रूप में तैनात थे, अब इन्हें अगले 10 साल तक किसी भी थाना में पोस्टिंग नहीं मिलेगी. साल 2021 में कुल 66258 प्राथमिकी दर्ज की गई है.
बिहार के 5 जिले वैशाली, पटना, मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद और मधुबनी में सबसे ज्यादा शराब की बरामदगी की गई है. वहीं गिरफ्तारी के मामले में पटना नंबर वन पर है. पटना में 8876, सारण में 4698, मुजफ्फरपुर में 4469, मोतिहारी में 3601 और गोपालगंज में 3417 लोगों की गिरफ्तारी की गई है.
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