पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 72वां गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम आवास में झंडोत्तोलन किया. कोरोना का असर मुख्यमंत्री आवास पर भी दिखा. इस बार छात्र-छात्राओं को नहीं बुलाया गया और जलेबियां भी नहीं बंटी. इससे पहले मुख्यमंत्री झंडोत्तोलन के बाद छात्राओं को खुद जलेबी खिलाते थे.
मुख्यमंत्री हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना के दनियावां के दलित टोले में जाते थे और वहां के बुजुर्ग से झंडोत्तोलन कराते थे. कोरोना के कारण उन्होंने यह कार्यक्रम रद्द कर दिया. 15 अगस्त 2020 को भी वह नहीं गए थे. सीएम आवास में झंडोत्तोलन के दौरान मुख्यमंत्री सचिवालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. सीएम आवास में झंडोत्तोलन के बाद मुख्यमंत्री गांधी मैदान गए और वहां राज्यपाल फागू चौहान की आगवानी की.
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विधानसभा में विजय सिन्हा ने किया झंडोत्तोलन
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधानसभा परिषद में झंडोत्तोलन किया. वहीं, विधान परिषद में कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने झंडोत्तोलन किया.
पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने पटना के कारगिल चौक पर शहीदों को याद किया. उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर माल्यार्पण कर शहीदों को नमन किया.
पटना एसएसपी कार्यालय के बाहर एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने राष्ट्रीय ध्वज को फहराकर उसे सलामी दी. इसके साथ ही उन्होंने मौके पर मौजूद जवानों की सलामी भी ली.
गया में गणतंत्र दिवस के मौके पर गांधी मैदान स्थित हरिहर सुब्रह्मण्यम स्टेडियम में मगध प्रमंडल आयुक्त मयंक वड़वड़े ने झंडोत्तोलन किया. इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी ली.
पटना जंक्शन पर आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने तिरंगे को सलामी दी. रेलवे स्टेशन परिसर में रेल कर्मियों के साथ रेल प्रशासन ने झंडे को सलामी दी. पटना जंक्शन पर स्टेशन अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने झंडोत्तोलन किया.
लोक जनशक्ति पार्टी प्रदेश कार्यालय पटना में दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोजपा सांसद पशुपति कुमार पारस ने ध्वजारोहण किया. उन्होंने रामविलास पासवान को पद्म भूषण से नवाजे जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया.