पटनाःबीते 8 मई को पेपर लीक होने के कारण रद्द की गई 67वीं बीपीएससी-सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा दोबारा 15 जून 2022 (67th BPSC PT Exam Will Held After June 15) के बाद होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक पेपर लीक मामले (BPSC Paper Leak case) की जांच रिपोर्ट आने के बाद परीक्षा तिथि पर मंथन किया जाएगा. वहीं, अब बीपीएससी सिविल सेवा की परीक्षा ऑनलाइन मोड में कराने पर भी आयोग विचार कर रहा है. ताकि इस तरह की धांधली पर लगाम लगाया जा सके. लेकिन फिलहाल ये परीक्षा ऑफलाइन ही होगी.
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दरअसल, बिहार लोकसेवा आयोग की 67वीं पीटी परीक्षा का प्रश्न पत्र एग्जाम शुरू होने के कुछ देर पहले ही लीक हो गया था. जिसके बाद पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था. जिसके तुरंत बाद सीएम नीतीश कुमार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. जांच अभी चल ही रही है. पर्चा लीक होने के बाद सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर दिया था. अब संभावना जताई जा रही है कि इस एग्जाम को 15 जून के बाद लिया जाएगा. वहीं परीक्षा पेपर लीक होने के कारण आयोग अब भविष्य में इस एग्जाम को ऑनलाइन मोड में कराने की सोच रहा है. ताकि इस तरह की धांधली पर लगाम लगाया जा सके.
मामले में चार लोगों की गिरफ्तारीःवहीं, इस मामले में अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खां ने इसकी पुष्टि की है. बीपीएससी के 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने के संबंध में आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 20/2022 दर्ज किया गया था. इसमें धारा 420 467 468 120 (भा.द.वि.) 66 आईटी एक्ट व धारा-3/10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम 1981 दर्ज किया गया है. जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उनमें प्रतिनियुक्त स्टैटिक दण्डाधिकारी सह प्रखण्ड विकास पदाधिकारी जय वर्द्धन गुप्ता, कुंवर सिंह कॉलेज के वर्तमान प्राचार्य सह सेंटर सुपरिटेंडेंट डॉ. योगेन्द्र प्र. सिंह, कुंवर सिंह कॉलेज के वर्तमान व्याख्याता सह कंट्रोलर सुशील कुमार सिंह और कुंवर सिंह कॉलेज के व्याख्याता सह सहायक सेंटर सुपरिटेंडेंट अगम कुमार सहाय शामिल हैं.