पटना (मसौढ़ी): जिले में मसौढ़ी थाना पुलिस के अवैध वसूली का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. मामला मंगलवार की रात का है. वीडियो में पुलिस की गश्ती गाड़ी में रखे रूपये दिखाए गए हैं. साथ ही पुलिसकर्मियों पर ट्रक चालकों से अवैध वसूली करने का आरोप लगाया गया है. यह वीडियो आरजेडी ने अपने अधिकारिक twitter अकाउंट से शेयर किया है. मामले में फिलहाल गश्ती में शामिल एक एएसआई और 2 जिला पुलिस के जवान को सस्पेंड कर दिया गया है.
जवाब देने से बचते नजर आए पुलिसकर्मी
वायरल वीडियो में दिखाया जा रहा है कि मसौढ़ी थाना में पदस्थापित दारोगा अरविंद कुमार के नेतृत्व में एनएच-83 पर पुलिस की गाड़ी गश्ती कर रही थी. इसी दौरान किसी निजी चैनल के मीडिया कर्मी पुलिस की गश्ती गाड़ी देखकर सड़क पर आ गए और फेसबुक लाइव के जरिए पुलिस पर अवैध वसूली का इल्जाम लगाने लगे. वीडियो वायरल करने वाले शख्स ने पुलिसकर्मियों से सवाल किया जिसका जवाब देने से वे बचते नजर आए.
आरजेडी का ट्वीट
गश्ती गाड़ी के पास मौजूद कुछ पुलिसकर्मी वीडियो बनता देख भागते नजर आए. अब इस मामले में आरजेडी ने ट्वीट किया है. जिसमें लिखा है कि बिहार में कोई पुल, जीरो माइल या बाईपास रोड नहीं है. जहां से पुलिस द्वारा ट्रक चालकों से अवैध वसूली नहीं होती हो! इस वसूली का हिस्सा एसपी, डीएसपी से लेकर डीजीपी तक जाता है! इस वसूली में 'कोताही' होने पर कर्मियों का तबादला हो जाता है क्योंकि सुशासन बाबू को आरसीपी टैक्स में कमी बर्दाश्त नहीं!.
सभी अधिकारियों को किया गया सस्पेंड
सूचना मिलते ही मसौढ़ी थानाध्य्क्ष सह प्रशिक्षु आईपीएस शुभम आर्य घटना स्थल के लिए रवाना हो गए. शुभम आर्य ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है. इसके साथ गश्ती के समय मौजूद लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है. हालांकि वीडियो में दिखाई गई गाड़ी मसौढ़ी थाना की है और इसकी पुष्टि हो गई है. गश्ती में शामिल सभी अधिकारियों को सस्पेंड करके जांच की जा रही है.
नोट- ईटीवी भारत किसी भी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.