बिहार

bihar

चक्रवात 'यास' से निपटने की तैयारी, बिहटा से NDRF की 5 टीमें कोलकाता रवाना

By

Published : May 23, 2021, 8:01 PM IST

चक्रवात 'यास' को लेकर एनडीआरएफ की 5 टीमें पटना से पश्चिम बंगाल रवाना हो गई है. टीमें अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन और संचार उपकरणों से लैस है. टीम में 145 सदस्य शामिल हैं. सभी बंगाल के कई जिलों में बचाव कार्य करेंगे.

5 teams of 9th Battalion NDRF based at Bihta leave regarding Cyclone 'yasa' for Kolkata
5 teams of 9th Battalion NDRF based at Bihta leave regarding Cyclone 'yasa' for Kolkata

पटना:बिहटा स्थित 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की 5 टीमें चक्रवात 'यास' से निपटने के लिए स्पेशल विमान से कोलकाता रवाना हो गई है. ये सभी टीमें हरविंदर सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी, 9वीं बटालियन एनडीआरएफके नेतृत्व में रवाना हुई.

ये भी पढ़ें- चक्रवात तौकते के कारण कई राज्यों में भीषण तबाही, CM नीतीश ने राहत और पुनर्वास के लिए दिए 1 करोड़ रुपये

ये टीमें यास तुफान को देखते हुए पश्चिम बंगाल के कई जिलों के लिए रवाना हुई है. एनडीआरएफ की टीम अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन और संचार उपकरणों से लैस है.

नई दिल्ली से मिले आदेश
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को भेजने के लिए मुख्यालय नई दिल्ली से आदेश मिले हैं. इन टीमों को चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल के कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में तैनात किया जाएगा. इन टीमों में कुल 145 बचावकर्मी शामिल हैं जो चक्रवाती तूफान 'यास' के दौरान हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. आपदा के इस घड़ी में स्थानीय लोगों की हर संभव मदद की जाएगी.

चक्रवात यास को लेकर एनडीआरएफ की टीम कोलकाता रवाना

यास को लेकर पहले से टीम तैनात
इसके अलावा विजय सिन्हा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम चक्रवाती तुफान 'यास' को लेकर पहले से ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार में तैनात है. हालांकि इन सभी राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है, जबकि इसका सबसे ज्यादा असर बंगाल और ओडिशा पर पड़ेगा. अंडमान और निकोबार और पूर्वी तट के कुछ इलाकों में तेज बारिश होने की संभावना है. इससे बाढ़ का खतरा भी बन सकता है.

कोरोना संक्रमण से बाचव का रखा जाएगा पूरा ध्यान
बता दें कि ऑपेरशन के दौरान एनडीआरएफ के सदस्य कोरोना संक्रमण से बचाव का भी पूरा ध्यान रख रहे हैं और इस संक्रमण से बचाव के सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं. साथ ही संक्रमण से बचाव को लेकर तमाम उपकरण और कीट भी सभी बचाव सदस्यों को उपलब्ध करावाया गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details