पटना: आज सेमहापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो गया है. अनुष्ठान के पहले दिन छठ करने वाले श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर कद्दू भात बनाया और प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. इस महापर्व को लेकर पूरे राज्य में भक्ति पूर्ण माहौल बना हुआ है. बाजार में पूजन सामग्री खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई है. हर तरफ महा छठ के अनुष्ठान का उल्लास देखा जा रहा है. वहीं, लोगों से कोरोना संक्रमण को देखते हुए छठ पूजा मनाने की अपील की जा रही है.
बांका के अमरपुर में श्रद्धालुओं ने स्नान कर कद्दू भात बनाया और प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. वहीं, व्रती निलम देवी, संगीता देवी, पार्वती देवी आदी ने बताया कि हिन्दु धर्म में लोकआस्था का महापर्व छठ का एक अलग ही महत्व है. वहीं, पिछले साल की तुलना में कई चीजों के दाम दोगुने हो गये है. ऐसे में छठ व्रती के लिए पूजा सामग्री खरीदना काफी कठिन साबित हो रही है.
छठ की तैयारी पूरी
भोजपुर में लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. कोरोना काल मे पहली बार बिहार में छठ का महापर्व मनाया जाएगा. चार दिवसीय छठ पर्व आज से शूरू हो गया. चार दिवसीय अनुष्ठान में पहले दिन यानी आज नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उगते सूर्य अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन हो जाता है. आरा के कलेक्ट्री घाट के साथ-साथ सूर्य मंदिर की भी साफ सफाई शूरू हो गई है. स्थानीय युवाओं द्वारा घाटों की साफ-सफाई की जा रही है.
'छठ घाटों को सजाने में लगे लोग'
बेतिया में लोक आस्था के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत बुधवार से नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया. गौनाहा प्रखंड के हर गांव के नदी किनारें छठ घाटों को लोग सजाने में लगें हुए हैं.
औरंगाबाद में भी नहाय खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरूआत हो गई है. चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरूआत व्रतियों ने स्नान कर कद्दू भात बनाया और प्रसाद के रूप में ग्रहण किया.