पटना:बिहार में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव आयोग शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर प्रतिबद्ध है. विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ मतदान से पहले अभियान के लिए बिहार को अर्धसैनिक बलों की 300 कंपनियां मिली हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द से जल्द निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद अर्धसैनिक बल की कंपनियां बिहार पहुंचेंगी. इनमें से 255 कंपनियां बिहार आएंगी जबकि 45 कंपनियां पहले से ही यहां मौजूद है.
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आयोग की ओर से चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है. लगातार बैठकें आयोजित कर व्यवस्था और इंतजामों का जायजा लिया जा रहा है.
चुनाव पूर्व अभियान के लिए सवार्धिक सीआरपीएफ की 80 कंपनियां बिहार को मिलेगी. वहीं एसएसबी कि 70 कंपनियां रहेंगी. इसके अलावा बीएसएफ की 55, सीआईएसएफ की 50, आइटीबीपी की 30 और आरपीएफ की 15 कंपनियां बिहार आएंगी. बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में बिहार को सुरक्षाबलों की 725 कंपनियां मिली थी जबकि मतदान 5 चरणों में संपन्न हुआ था. इनमें से 250 कंपनियां बिहार में चुनाव पूर्व अभियान के लिए मिली थी. 202 कंपनी बाहर से आई थी जबकि 48 यहां पहले से मौजूद थी.
विभिन्न जिलों में की जाएगी प्रतिनियुक्ति
आगामी चुनाव पर अभियान के लिए बिहार पहुंच रही अर्धसैनिक बलों की 255 कंपनियों को राज्य के सभी जिलों में प्रतिनियुक्ति की जाएगी. जिला पुलिस की जरूरतों को ध्यान में रखकर इन्हें प्रतिनियुक्ति किया जाएगा. बड़े जिलों में एक साथ कई कंपनियों की प्रतिनियुक्ति होगी जो जिला पुलिस के साथ अपराधियों को धर दबोचने के अलावा वाहन जांच अभियान का हिस्सा रहेगी. वहीं नक्सल प्रभावित इलाकों में भी बड़ी संख्या में इनकी नियुक्ति जिला पुलिस के साथ की जाएगी. मिल रही जानकारी के अनुसार बिहार पुलिस की ओर से आयोग के समक्ष अलग-अलग परिस्थितियों के मद्देनजर दिए गए प्रेजेंटेशन में 3 चरणों में चुनाव के लिए सुरक्षा बलों की करीब 3600 कंपनियों की जरूरत बताई गई है.