पटना:ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए जल्द ही 25 एएनपीआर यानी ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे लगाए जाएंगे. हालांकि पटना के सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. इसके अलावा राजधानी पटना के मुख्य चौक चौराहों पर एनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे. जिससे कैमरे के सामने से गुजरने वाले वाहनों के नंबर को अपनी मेमोरी में कैद किया जा सके.
इसके लिए सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. केवल नगर निगम से एनओसी मिलना बाकी है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की मानें तो पुलिस को अनुसंधान के साथ-साथ ट्रैफिक वायलेशन रोकने में काफी मदद मिलेगी.
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25 जगहों पर लगाया जाएगा कैमरा
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पटना के कारगिल चौक, डाक बंगला चौराहा, इनकम टैक्स चौराहा, हड़ताली मोड़, सगुना मोड़ सहित कुल 25 जगहों पर कैमरे लगाये जाएंगे. ये कैमरे सामने से गुजरने वाले वाहनों के नंबर को अपनी मेमोरी में कैद कर लेंगे.
बता दें कि फोटो उतारने वाले कैमरे का सटर 1/1000 सेकंड की स्पीड से खुलता और बंद होता है. इस कैमरे की खासियत है कि 110 एमपीएच की स्पीड से गुजरने वाले वाहनों की फोटो ही खींच सकता है. इस कैमरे का रेंज 30 मीटर तक है. इस कारण इस कैमरे को उतनी ही ऊंचाई पर लगाया जाता है, जहां से आसानी से नंबर प्लेट को कैच किया जा सके.
कर्मचारी को मारी गई थी गोली
सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से कई मामलों को सुलझाया गया है. पत्रकार नगर थाने के राजेंद्र नगर में बैंक ऑफ बड़ोदा के गेट पर चिकित्सक हिमांशु राय के कर्मचारी की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. साथ ही 10 लाख लेकर भाग गया था. यह मामला पुलिस के लिए ब्लाइंड साबित हो रहा था. लेकिन सीसीटीवी के माध्यम से लुटेरों की पहचान कर अपराधी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई थी.
राजधानी पटना के शास्त्री नगर थाने के पुनाइचाक में अपराधियों के माध्यम से इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मास्टर रूपेश सिंह हत्याकांड मामले में भी शामिल अपराधी ऋतुराज सिंह को भी पुलिस ने सीसीटीवी के फुटेज के आधार पर ही गिरफ्तारी की थी.
चौराहे पर लगाए जाएंगे कैमरे. ये भी पढ़ें:समस्तीपुरः शहर में जल्द लागू होगी वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था, सिस्टम बहाल करने में जुटी पुलिस
कैमरा रात-दिन करेगा काम
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार की मानें तो आने वाले समय में इस कैमरे की मदद से अन्य राज्यों में जैसे ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर ई-चालान उनके घर भेजा जाता है. ठीक उसी प्रकार यहां भी ई-चालान की व्यवस्था की जाएगी. यह कैमरा रात-दिन किसी भी समय काम कर सकता है. इस कैमरे से अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात नियंत्रण में भी मदद मिलेगी.
अगर कोई दुर्घटना कर घटनास्थल से भाग निकलता है तो उस वाहन का नंबर आसानी से मिल जाएगा. क्योंकि उनके नंबर को एनपीआर कैमरे के माध्यम से कैद कर अपने डेटा में सुरक्षित रख लिया जाएगा. इसके अलावा अगर कोई अपराधी किसी प्रकार की घटना को अंजाम देता है. गाड़ी का नंबर भी डाटा में सुरक्षित रहेगा.