पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में गुरुवार को कैबिनेट की बैठक हुई. मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में हुई बैठक में 21 एजेंडे पर मुहर लगी (21 Agendas Passed In CM Nitish Cabinet) है. बैठक में बिहार सरकार के सरकारी कर्मचारियों और पेंशन भोगियों को एक साथ 2022 से 34 प्रतिशत के स्थान पर 38 प्रतिशत डीए देने की स्वीकृति दी गई है.
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कैबिनेट की बैठक में 21 एजेंडे पर लगी मुहर: कैबिनेट बैठक में मद्य निषेध विभाग में 905 पदों के सृजन की सीजन की स्वीकृति दी गई. वहीं विश्वविद्यालयों में शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों के 1420 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई. सैप में कार्यरत कुल 3953 सेवानिवृत्त सैनिकों की अनुबंध अवधि 2022-23 के लिए विस्तारित करने की स्वीकृति दी गई और सुखाड़ से निपटने के लिए एक सौ करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई.
कई विभागों में पदों के सृजन को स्वीकृति: बिहार के प्रोबेशन निदेशालय में अतिरिक्त 97 निम्न वर्गीय लिपिक, 30 उच्च वर्गीय लिपिक और 10 प्रधान लिपिक यानी कुल 137 अतिरिक्त लिपिक संवर्ग के पदों की स्वीकृति दी गई है. इस पर हर साल 5 करोड़ 25 लाख से अधिक का खर्च आयेगा. शराबबंदी को सफल बनाने के लिए बिहार मद्य निषेध अवर सेवा के विभिन्न कोटि के 905 अतिरिक्त पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. इन पदों की स्वीकृति से पटना जिले में छह, भागलपुर में दो, पश्चिम चंपारण में दो समेत अन्य जिलों में चलंत दल गठित की जाएगी. जो शराब माफियाओं पर छापेमारी करेगी. सीमावर्ती जिलों में कार्यरत कुल 16 जांच चौकी में पर्याप्त पदाधिकारी एवं मद्य निषेध सिपाही का भी पदस्थापन हो सकेगा.
निवेश प्रोत्साहन नीति को प्रभावी बनाने के लिए संशोधन: बिहार सरकार ने निवेश प्रोत्साहन नीति को प्रभावी बनाने के लिए कुछ संशोधन किए हैं. नीति में संशोधन करते हुए सेवा प्रक्षेत्र में आईटी पार्क, कॉल सेंटर, ऑनलाइन परीक्षा केंद्र एवं इलेक्ट्रॉनिक फेब्रिकेशन, स्टार्टअप को-वर्किंग स्पेस एवं स्टार्ट-अप हब, वेयरहाउस एवं लॉजिस्टिक पार्क और रिसर्च लाइव. इन सभी को सरकार बियाड़ा की जमीन आवंटित करेगी. 200 करोड़ से अधिक परियोजना वाली इकाइयों के लिए प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने की अवधि 5 वर्ष से बढ़ाकर 7 वर्ष की गई है. दो करोड़ से कम निवेश प्रस्ताव पर निर्णय लेने के लिए विकास आयुक्त आयुक्त की अध्यक्षता में राज्य प्रोत्साहन निवेश बोर्ड को प्राधिकृत किया गया है.
महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति: बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 2022-23 में विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन के लिए 4 करोड़ रुपए की अग्रिम स्वीकृति एवं निकासी का फैसला लिया गया है. सुप्रीम कोर्ट में सुनील कुमार वर्मा बनाम बिहार एवं अन्य में 12 सितंबर 2022 को पारित आदेश के अनुपालन में सुनील कुमार वर्मा को जिला न्यायाधीश से सीधी भर्ती 2016 के तहत पुनः नियुक्त करने का निर्णय सरकार ने लिया है. बिहार के 22 प्रस्तावित सरकारी महाविद्यालयों के लिए पूर्व में सृजित कुल 1420 शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मियों के पदों को प्रत्यर्पण किया गया है. साथ ही विभिन्न विश्वविद्यालयों में शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मियों के कुल 1420 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. इसके फलस्वरूप नव स्थापित महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की कार्रवाई की जा सकेगी.
राजकीय सम्मान के साथ मनाई जाएगी जेपी की जयंती: लोकनायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि प्रतिवर्ष 8 अक्टूबर को पटना में राजकीय समारोह के रूप में मनाई जाएगी. कैबिनेट में इसकी स्वीकृति दी गई है. राज्य की दोनों वितरण कंपनियों नॉर्थ और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड की विद्युत वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ीकरण के लिए 7305.05 करोड रुपए की राशि उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी गई है. इसमें 60 % केंद्र सरकार और 40% की राशि राज्य सरकार देगी. राज्य स्कीम से बिहार महादलित विकास मिशन को अनुदान के रूप में सहायक अनुदान परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए 88 करोड़ 48 लाख 20 हजार की स्वीकृति दी गई है.
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