पटना: बिहार की राजधानी पटना में अपराध का ग्राफ (Bihar Crime Graph) लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में पटना के एसएसपी कानून व्यवस्था को सुधारने के प्रयास में जुट गए हैं. एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो(Patna SSP Manavjit Singh Dhillon) ने बुधवार को पटना के इंस्पेक्टर रैंक के 20 अफसरों का तबादला कर दिया है. गर्दानीबाग से लेकर अगमकआं, आलमगंज, मसौढ़ी तक के थानेदारों की पोस्टिंग की गई है. जिले शहर समेत ग्रामीण इलाकों के 12 थानों में नये थानेदारों की तैनाती की गयी है. साथ ही एक महिला समेत सात पुलिस इंस्पेक्टरों को अलग-अलग सर्किल की जिम्मेवारी सौंपी गई है. इसके अलावा एक इंस्पेक्टर रैंक के अफसर को मद्य निषेध कोषांग का प्रभारी प्रतिनियुक्त किया गया है.
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अपराध पर अंकुश लगाने की कोशिश जुटे एसएसपी:इनके अलावा 1565 हवलदार और सिपाहियों का भी तबादला किया गया है. सभी छह महीने से अधिक समय से एक ही स्थान पर तैनात थे. यह प्रक्रिया पिछले तीन साल से लंबित थी. ट्रांसफर की प्रक्रिया पहली बार कंप्यूटर रैंडमाइजेशन के जरिए की गई है. एसएसपी मनजीत सिंह ढिल्लों ने इस कार्रवाई की जानकारी दी है. दरअसल, हाल के दिनों में राजधानी पटना में कई आपराधिक घटनाएं हुई हैं और कई थाना प्रभारी भी चल रहे थे, इसलिए कानून व्यवस्था में सुधार के मकसद से एसएसपी ने इतने बड़े पैमाने पर तबादला किया गया है.
दागी पदाधिकारी को नहीं सौंपी जाएगी थाने की कमान: गर्दनीबाग, एसके पुरी और दानापुर में आईजी राकेश राठी के निरीक्षण के बाद तीनों थानेदारों को लाइन क्लोज कर दिया गया था. इसके अलावा फतुहा में शराब मामले को लेकर वहां के थानेदार मनोज कुमार सिंह को भी लाइन हाजिर किया गया था. इस संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इन्हें योगदान से पहले लिखित में देना होगा कि इनके विरुद्ध किसी आपराधिक या विभागीय मामले में जांच तो नहीं चल रही है या विभागीय कार्रवाई के दौरान इन्हें किसी प्रकार की सजा तो नहीं मिली है. अगर ऐसा है तो फिर उस पदाधिकारी को थानेदार या अंचल निरीक्षक नहीं बनाया जायेगा.