पटना: बिहार को ब्लैक फंगसकी दवा लीपोसोमल एंफोटेरीसीन बी इंजेक्शन-एंबिसोम का 1460 वायल आवंटित किया गया है. इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दी. अश्विनी चौबे ने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार अत्यंत गंभीर है.
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ब्लैक फंगस की दवा उपलब्ध
और राज्यों का हर तरीके से मदद कर रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दवा की उपलब्धता और राज्यों की जरूरत के अनुसार लगातार आवंटन किया जा रहा है. जिस क्रम में शुक्रवार को लीपोसोमल, एंफोटेरीसीन बी- एंबिसोम इंजेक्शन का कुल 80,000 वायल का आवंटन विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए किया गया. जिसमें 1,460 वायल का आवंटन बिहार के लिए हुआ.
'ब्लैक फंगस के बढ़ते खतरे को को देखते हुए मैंने प्रभावित मुख्य राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से इसे महामारी घोषित करने का आग्रह किया था. जिसके उपरांत 7 राज्यों ने अपने यहां इसको महामारी घोषित कर दिया है. केंद्र सरकार राज्यों सहित अन्य सभी प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के संपर्क में है. इससे संबंधित किसी भी सहायता के लिए केन्द्र हमेशा तैयार है.': अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री
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ब्लैक फंगस वार्ड में 40 बेड उपलब्ध
बता दें कि, बिहार में भी ब्लैक फंगस ही बढ़ती हुई स्थिति को देखते हुए पटना एम्स में पहले 20 बेड का ब्लैक फंगस वार्ड बनाया गया, जिसको बढ़ाकर अब 40 बेड का किया जा रहा है. हालांकि ब्लैक फंगस वार्ड के अलावे कोरोना वार्ड में भी इसका इलाज किया जा रहा है. राज्य सरकार ने अन्य अस्पतालों में भी इसके इलाज की व्यवस्था की है तथा इसको बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
अश्विनी चौबे ने लोगों से बेवजह ज्यादा परेशान होने से बचने और इसके समुचित इलाज के लिए केंद्र और राज्य सरकार के अस्पतालों में इलाज करवाने की सलाह दी. 'ब्लैक फंगस का इलाज संभव है और हमारे अस्पतालों में उपलब्ध है. इसके लक्षण को देखते ही आप तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए संपर्क करें. केंद्र और राज्य सरकार आम लोगों के इलाज के लिए सभी प्रकार से तत्पर है.': अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री