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CM नीतीश ने जनता दरबार में 121 लोगों की सुनी फरियाद, अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री सचिवालय (Chief Minister Secretariat) परिसर में सोमवार को 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आये लोगों ने सीएम नीतीश कुमार को फरियाद सुनायी. इसके बाद सीएम ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के जांचकर नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री

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Published : Nov 15, 2021, 7:51 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) सोमवार को मुख्यमंत्री सचिवालय (Chief Minister Secretariat) परिसर में आयोजित 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान सीएम ने राज्य के विभिन्न जिलों से आये 121 फरियादियों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान करने का निर्देश दिया.

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, उद्योग विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग योजना एवं विकास विभाग, पर्यटन विभाग, भवन निर्माण विभाग, वाणिज्य कर विभाग, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग, गन्ना (उद्योग) विभाग के मामलों की सुनवाई हुई.

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जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में गोपालगंज से आए एक युवक ने बताया कि वर्ष 2013 में उसने बिजली का कनेक्शन लिया था. वह बिजली बिल का नियमित भुगतान करता है. इसके बावजूद उसे बहुत अधिक बिल भेज दिया गया और संबंधित विभाग के द्वारा तंग किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को इसकी जांच कर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

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रोहतास जिले से आयीं एक वार्ड सदस्या ने मुख्यमंत्री को बताया कि नल-जल योजना की सारी राशि मुखिया द्वारा निकासी कर ली गई है. योजना के तहत सही तरीके से काम भी नहीं कराया गया. वहीं, समस्तीपुर से आए एक शख्स ने बताया कि 35-40 वर्ष पूर्व उनके गांव की सड़क बनाई गई थी. अब वह सड़क पूरी तरह बदहाल हो गई है. जिस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

छपरा से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि परिवहन विभाग ने निजी फिटनेस केंद्र को कार्यपालक के आदेश से बंद कर दिया है. फिटनेस सेंटर बंद होने से बिना फिटनेस के ही गाड़ियां सड़कों पर दौड़ रही हैं. फिटनेस सेंटर के बंद होने से बहुत सारे लोग बेरोजगार हो गये हैं. कटिहार के एक युवक द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिलने के संबंध में शिकायत की.

तो वहीं, गोपालगंज के एक व्यक्ति ने ऊर्जा विभाग से अवकाश प्राप्त करने के बाद उन्हें पेंशन, जीपीएफ एवं ग्रेच्युटी का लाभ नहीं मिलने की शिकायत की. बांका के एक व्यक्ति ने जन वितरण प्रणाली द्वारा अच्छी गुणवत्ता वाले खाद्यान्न का वितरण नहीं किए जाने की शिकायत की तो वहीं, शिवहर की एक महिला ने शौचालय निर्माण कराने के दो वर्ष बाद भी राशि नहीं मिलने की शिकायत की. जिस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

पूर्णिया के एक व्यक्ति ने गुलाबबाग में वर्षों से बंद पड़े जलमीनार को चालू करने के संबंध में शिकायत की और कहा कि शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने में दिक्कत हो रही है. वहीं पूर्वी चंपारण के एक शिकायतकर्ता ने शिकायत करते हुए कहा कि लाइसेंस प्राप्त होने के बावजूद उसकी आरा मशीन को अनुचित तरीके से बंद कर दिया गया है. पटना सदर के एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए कहा कि उद्योग विभाग द्वारा बिहार राज्य हस्तकरघा बुनकर सहयोग समिति संघ लिमिटेड के खाता पर रोक लगा दी है, जिससे सतरंगी चादर का निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है और बुनकरों के काम में दिक्कत हो रही है.

वहीं, किशनगंज के एक व्यक्ति ने महानंदा नदी पर ठाकुरगंज प्रखंड खरखरी एवं भेरभेरी के बीच पुल निर्माण को लेकर आग्रह किया. यूपी के बलिया से आए एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वह बिहार में सरकारी कर्मी थे और इसी साल सेवानिवृत्त हुये हैं. कुछ दिनों से उनको मिलने वाली पेंशन में कटौती कर दी गई है. मुख्यममंत्री ने संबंधित विभाग को पूरे मामले की जांचकर समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया.

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, जल संसाधन मंत्री संजय झा, भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्रीमती लेशी सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री रामप्रीत पासवान, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी, लघु जल संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत चौधरी, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव/ सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह और संबंधित विभागों के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित रहे.

इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चंपारण में बापू के आने के बाद तेजी से देश में आंदोलन बढ़ा और तीस साल के अंदर देश आजाद हो गया. बिहार के लोगों के बारे में गलतफहमी पैदा की जाती है. बिहार के अधिकतम लोग इन सब चीजों के मामले में बहुत अच्छे विचार के हैं. चंद लोग तो गड़बड़ होंगे ही, दुनिया में कोई कह ही नहीं सकता है कि हर आदमी ठीक हो जायेगा. ये संभव नहीं है, दुनिया में कहीं भी देख लीजिये हर आदमी ठीक नहीं हो सकता है.

बिहार में क्राइम बढ़ने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में क्राइम की संख्या पहले की तुलना में घटा है. ऐसा कुछ नहीं है कि क्राइम बढ़ा है, कुछ घटना होती है तो उस पर एक्शन होता है.

उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में सक्रिय है. जहां कहीं भी कुछ हो रहा है, उस पर एक्शन हो रहा है. एक जगह नक्सलियों का मामला आया है तो जांच हो रही है. एक-एक चीज को देखा जा रहा है, वो एक फिगर है. हर साल फिगर प्रकाशित होता है, लेकिन ये कहना कि बिल्कुल खत्म हो गया. ये नहीं कहा जा सकता है. जब से हमलोग शराबबंदी लागू किये हैं तब से क्राइम में भी कमी आई है. पहले दारू पीकर गाड़ी चलाने से सड़क दुर्घटना के काफी मामले सामने आते थे. अभी देश भर का रोड एक्सिडेंट का फिगर देख लीजिये. कहीं पर कोई घटना होती है तो जांच के बाद कार्रवाई होती है. पुलिस को निर्देश है कि नियमानुसार जांच कर कार्रवाई करे.

वहीं, फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत (Actress Kangana Ranaut) के आजादी वाले बयान पर पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है. हमें आश्चर्य लगता है कि ऐसे लोगों की बात को पब्लिश कैसे किया जाता है. इन सब चीजों का क्या महत्व है? किसी व्यक्ति के बारे में आप कह ही नहीं सकते हैं कि कौन क्या बोलेगा. ऐसे चीजों पर कोई ध्यान भी देता है क्या ? कौन नहीं जानता है कि आजादी कब हुई. ऐसे बयानों का कोई महत्व नहीं देकर मजाक उड़ा देना चाहिये था. कुछ लोगों की आदत होती है, हम ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देते.

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के हिंदुत्व वाले बयान पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उन्हीं से पूछिए, वही पूरा बतायेंगे. इन सब चीजों पर क्या चर्चा करना, कुछ लोग बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं. उनको काम में रूचि नहीं है. हमलोगों को काम में रूचि है. जनता की सेवा करना ही हमारा धर्म है. हम उसी में लगे रहते हैं. हम व्यक्ति विशेष के लिये नहीं कह रहे हैं. ज्यादातर लोगों के मन में रहता है कि कुछ बयानबाजी करते रहो ताकि पब्लिसिटी मिलती रहे. बिहार में देखियेगा तो कुछ लोग मेरे खिलाफ बोलते हैं ताकि उनको पब्लिसिटी मिले. उनको मालूम है कि मेरे खिलाफ बोलेंगे तो पब्लिसिटी मिलेगी.

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