पटना: बिहार पंचायत चुनावके (Bihar Panchayat Election) दसवें चरण का मतदान सुबह 7 बजे से जारी है. इस चरण में (Polling In 53 Blocks of 34 Districts) 34 जिलों के 53 प्रखंडों में जिला परिषद सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, सरपंच और पंच पद के उम्मीदवारों का चुनाव हो रहा है. शाम 5 बजे तक सभी 34 जिलो में वोट डाले जायेंगे. इस बार मतदान केंद्रों में नई टेक्नोलॉजी (New technology in polling stations) बायोमीट्रिक का इस्तेमाल हो रहा है.
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इस चरण में 93725 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. आज मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर इनके भाग्य का फैसला कर रहे हैं. पुरुष मतदाता 33 लाख 29 हजार 858 है, तो वहीं 29 लाख 94 हजार 648 महिला मतदाता है और 208 अन्य मतदाता भी शामिल हैं. कुल 63 लाख 24 हजार 714 मतदाता दसवें चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है. कुछ बूथों पर टेक्निकल प्रॉब्लम के कारण मतदान आधे घंटे से शुरू हुआ है.
इस चरण में 2953 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित भी हुए हैं. जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 100 प्रत्याशी हैं. ग्राम कचहरी पंच पद पर 2852 प्रत्याशी तथा मुखिया पद पर एक प्रत्याशी शामिल है. इस चरण में 116 पद रिक्त भी रह गया है. 116 पदों पर किसी प्रत्याशियों द्वारा नामांकन नहीं किए जाने के कारण यह पद रिक्त रह गया है. जिसमें 2 पद ग्राम पंचायत सदस्य के हैं और 114 ग्राम कचहरी पंच पद के हैं. शांतिपूर्ण निष्पक्ष मतदान कराने की व्यवस्था राज्य निर्वाचन आयोग ने की है.
सभी मतदान केंद्रों पर बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है. अति संवेदनशील संवेदनशील मतदान केंद्रों से लाइव वेबकास्टिंग व्यवस्था की गई है ताकि गड़बड़ी की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सके और सभी मतदान केंद्रों पर बोगस वोटिंग रोकने हेतु बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से सत्यापन किया जा रहा है. यह बायोमेट्रिक मशीन अगर कोई मतदाता दोबारा मतदान करने बूथों पर पहुंचते हैं तो इस मशीन से सत्यापन होता है. सत्यापन के क्रम में इनकी पहचान होती है कि यह मतदान पहले भी कर चुके हैं. ऐसे में उनको पकड़ा जाता है और उन पर कार्रवाई भी की जाती है. वही 10:00 बजे तक 3100 रिजेक्टेड वोटरों की पहचान की गई है.
आज चल रहे पंचायत चुनाव के सेकंड लास्ट फेज है. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखने को मिल रही है. पंचायत चुनाव में परिवर्तन के लिए मतदाता भारी संख्या में पहुंच मतदान में हिस्सा ले रहे हैं. लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करके अपने पंचायत का प्रतिनिधि को बदलने का भी काम कर रहे हैं. इस बार मतदाताओं ने नए चेहरे पर भरोसा जताया है. उनको जीत का माला पहनाने का काम किया है.
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दसवें चरण में 34 जिलों के 53 प्रखंडों में मतदान किया जा रहा है. इसके लिए 11,386 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इस चरण में कुल पदों की संख्या 10,981 है. जिसमें ग्राम पंचायत मुखिया पद के लिए 817 सीट, पंचायत समिति सदस्य पद के लिए 1106 सीट, जिला परिषद सदस्य पद के लिए 118 सीट, ग्राम कचहरी पंच पद के लिए 10,981 सीट और ग्राम कचहरी सरपंच पद के लिए 817 सीट निर्धारित हैं.
इस चरण में राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार 99,863 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य के 53,650 प्रत्याशी, ग्राम पंचायत मुखिया के 7986 प्रत्याशी, पंचायत समिति सदस्य के 7862 प्रत्याशी, जिला परिषद सदस्य के 1579 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच के 23,241 प्रत्याशी और ग्राम कचहरी सरपंच के 5545 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करके प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं.
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दसवें चरण में पटना, बक्सर, रोहतास, नालंदा, कैमूर, भोजपुर, गया, नवादा, औरंगाबाद, सारण, सिवान, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, बेतिया, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, लखीसराय, अररिया, बेगूसराय, शेखपुरा, खगड़िया, बांका और भागलपुर जिले में मतदान किया जा रहा है. दसवें चरण की मतगणना की तारीख 10 दिसंबर और 11 दिसंबर निर्धारित की गई है. जिला मुख्यालय में मतगणना कराई जाएगी. इस चरण के बाद अंतिम चरण यानी 11वें चरण का चुनाव 12 दिसंबर को होगा.
राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से हर एक बिंदुओं पर तैयारी कर रखी है. चुनाव में बायोमेट्रिक मशीन से मतदाताओं का सत्यापन किया जा रहा है, जिसके बाद मतदाता मतदान कर रहे हैं. बायोमेट्रिक का प्रयोग शत प्रतिशत हो, इसके लिए आयोग ने पूरी तरह से कमर कसी हुई है. बायोमेट्रिक मशीन से बोगस वोटरों की पहचान की जाती है. जो मतदाता एक स्थान पर मतदान करने के बाद दूसरे स्थान पर मतदान करने पहुंचे हैं, ऐसे मतदाताओं का सत्यापन होने के बाद उन पर दंडवत कार्रवाई भी की जाती है.
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दसवें चरण के दौरान 11,386 मतदान केंद्रों पर निर्वाचन हो रहा है, जिसमें से 509 नक्सल प्रभावित मतदान भवन हैं. यह 509 नक्सल प्रभावित बूथों पर अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है. शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस मुख्यालय ने करीब 38 हजार पुलिस पदाधिकारियों व सुरक्षाबलों की तैनाती की है. इसमें जिला पुलिस बल के साथ होमगार्ड, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस और सैप जवान शामिल हैं. आपको बता दें कि कई जिलों में यह पंचायत चुनाव का आखिरी चरण है. राज्य के कुछ जिलों में 11वें चरण में भी चुनाव होना है
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