नवादा:बिहार के नवादा जिले में बीते गुरुवार को एक महिला को डायन बताकर जिंदा जलाने का मामला (Nawada Woman Burnt Alive Case) सामने आया था. इस खौफनाक वारदात की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर पीड़ित पक्ष का बयान लेने के बाद 20 लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. मृतका की पहचान सरिता देवी के पति महेश सिंह के रूप में हुई थी. इस घटना के बाद महेश सिंह ने अपनी पत्नी की हत्या के संबंध में रजौली थाने में लिखित आवेदन देकर चटकरी गांव व गोहियाडीह की 52 महिलाओं व पुरुषों और 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
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बात दें कि रजौली थाना क्षेत्र के सवैयाटांड पंचायत अंतर्गत गोहियाडीह गांव में दबंगों ने महिला को डायन बताकर जिंदा जला दिया था. महिला पर दबंगों का आरोप था कि वह डायन है. दबंगों ने ऐसा करने के लिए महिला पर पहले पेट्रोल छिड़का और फिर उसे आग के हवाले कर दिया. महिला अपनी जान बचाने के लिए भागकर पास के ही तालाब में कूद गई. लेकिन बुरी तरह से जल जाने के कारण महिला की मौत हो गई. हालांकि इस मामले को लेकर मृतका के पति ने दबंगों के साथ-साथ चटकरी एवं गोहियाडीह गांव के लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है. पति का कहना है कि बीते तीन-चार दिन के पूर्व से ही डायन कहकर प्रताड़ित किया जा रहा था.
मृतका के पति महेश सिंह ने बताया कि छोटे पुत्र उमेश कुमार की टूटी हड्डी को प्लास्टर कराने के लिए पत्नी सरिता देवी साढू के लड़के मुकेश कुमार के साथ तिलैया गयी हुई थी. जहां से चिकित्सक के यहां से प्लास्टर कराने के बाद गुरुवार की शाम गांव पहुंची. इस क्रम में दोनों गांव के लोगों ने पत्नी को पकड़कर खींचते हुए चटकरी की ओर ले जाने लगे. वे लोग चटकरी के प्रसादी सिंह के घर के समीप बीच रोड पर दिलीप सिंह, दिनेश सिंह और विजय सिंह ने मोटरसाइकिल से तेल निकालकर मेरी पत्नी के ऊपर डाल दिया और रामेश्वर सिंह ने आग लगा दिया. इस दौरान पत्नी ने अपनी जान बचाने के लिए भागकर पश्चिम वन विभाग के तालाब में कूद गई. इस दौरान चटकरी एवं गोहियाडीह गांव के लोग पत्थर फेंक कर मारने लगे.
महेश सिंह ने बताया कि क्रूरता इतना भयावह था कि पत्थर फेंककर मारने के कारण मेरी पत्नी के बदन,सिर एवं शरीर के कई जगहों पर गहरा जख्म हो गया. फिर भी मेरी पत्नी की मृत्यु नहीं हुई तो दिनेश सिंह, दिलीप सिंह और विजय सिंह ने तालाब में कूदकर धारदार हथियार से गले पर जोरदार प्रहार करते रहे, तब जाकर मेरी पत्नी की मौत हुई. मौत के बाद अर्धनग्न अवस्था में तालब के पानी में उसे छोड़ दिया गया. जिसकी सूचना रजौली थाने को दी गई.