नवादा: कोरोना वायरस के संक्रमण से पुरे विश्व सहित भारत भी प्रभावित हो चुकी है. इस वायरस के बढ़ते प्रकोप के देखते हुए सरकार ने कई एडवाइजरी जारी किया है. सरकार के अपने एडवाइजरी में सभी भीड़-भाड़ वाले जगहों को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया है. सरकार के फरमान के बाद जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों पर भी ताला लटक गया. ऐसे में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को करियर को लेकर चिंताएं बढ़ गई. छात्रों की परेशानी को देखते हुए जिले के एक निजी कोंचिंग चलाने वाले शिक्षक ने सोशल मीडिया के सहारे से बच्चों को घर बैठे शिक्षा देने की अनोखी शुरूआत की.
कोरोना के चलते बंद हुआ कोचिंग सेंटर तो सोशल मीडिया पर शुरू किया पढ़ाना, छात्रों ने बोला ' THANK YOU' - शैक्षणिक संस्थान बंद
कोरोना वायरस को लेकर पूरे प्रदेश के सभी शैक्षणिक संस्थान अगले 31 मार्च तक बंद है. इस वजह से जिले के एक निजी कोंचिग संस्थान चलाने वाले शिक्षक ने सोशल मीडिया पर पढ़ना शुरू किया. शिक्षक के इस पहल के बाद छात्रों ने गुरूजी को धन्यावाद कहा.
![कोरोना के चलते बंद हुआ कोचिंग सेंटर तो सोशल मीडिया पर शुरू किया पढ़ाना, छात्रों ने बोला ' THANK YOU' सोशल मीडिया पर शुरू किया पढ़ाना](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6495426-435-6495426-1584803147049.jpg)
'छात्रों ने गुरूजी को बोला THANK YOU'
सोशल मीडिया के माध्यम से घर बैठे शिक्षा मिलने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा स्नेहा कुमारी और निशा सिन्हा ने कहा कि कोचिंग बंद होने के वजह से हमलोगों को डर सता रहा था. लेकिन अमनदीप सर के सोशल मीडिया पर पढाई शुरू करने के बाद वो लोग घर बैठे ही शिक्षा को पा रही है. छात्रों ने अपने शिक्षक के इस पहल का स्वागत करते हुए गुरूजी को धन्यवाद बोला.
'विद्यार्थियों की चिंता को देखते हुए शुरू की पहल'
सोशल मीडिया पर शिक्षा के नए प्रयोग करने वाले शिक्षक अमनदीप ने कहा कि हमारे स्टूडेंट के एग्जाम काफी नजदीक है. कोरोना वायरस को लेकर सारे शैक्षणिक संस्थान बंद है. छात्र वायरस के संक्रमण के डर से घर में बंद रहने को मजबूर है. कई छात्रों ने अपनी परेशानी हमें सुनाई. इस वजह से उन्होंने छात्रों की परेशानी को देखते हुए सोशल मीडिया पर पढ़ाने का नया प्रयास शुरू किया. उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं. उनके लिए मैं दिन-रात अथक प्रयास में लगा रहता हूं. हमारा यह प्रयास उन सभी बच्चों के लिए है, जो फिलहाल कोरोना वायरस के वजह और किसी अन्य वजह से घर मे रहने को लाचार हैं.